CG News: महादेव घाट पर छत्तीसगढ़िया संस्कृति की हुंकार, बाहरी अवैध कब्जों के खिलाफ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना, पुजारी-नाविक संघ ने किया विरोध – NV News

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N.V.News रायपुर: राजधानी के ऐतिहासिक महादेव घाट में बीते कुछ दिनों से जारी विवाद ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। घाट पर वर्षों से कर्मकांड, पूजा-पाठ कर रहे स्थानीय नाविकों, गोताखोरों और मंदिरों के पुजारियों ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के साथ मिलकर बैठक की। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब घाट पर केवल छत्तीसगढ़ी परंपराओं और संस्कृति के अनुसार ही धार्मिक गतिविधियाँ होंगी। साथ ही, घाट में हो रहे बाहरी अवैध कब्जों के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा।

बैठक के दौरान हटकेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य महंत ने बताया कि उनके पूर्वज दस पीढ़ियों से घाट पर सेवा दे रहे हैं और खारून महतारी की आरती भी परंपरागत रूप से वे करते आ रहे हैं। लेकिन हाल के वर्षों में बाहर से आए कुछ लोगों ने घाट पर स्थाई पाटे और तख्त लगा लिए हैं, जिससे दशगात्र, मुंडन, और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए पर्याप्त स्थान नहीं बचा है।

वहीं, घाट पर वर्षों से आजीविका चला रहे नाविकों और गोताखोरों का कहना है कि गंगा आरती के नाम पर जगहों पर कब्जा किया जा रहा है, जिससे उनका रोजगार प्रभावित हो रहा है। घाट की पारंपरिक व्यवस्था को बिगाड़ा जा रहा है। इस पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने प्रशासन से मांग की है कि घाट पर लगे सीसीटीवी कैमरे और क्यूआर कोड को तत्काल हटाया जाए क्योंकि महिलाएं वहां स्नान करती हैं और ऐसे में यह उनकी निजता का उल्लंघन है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब घाट पर केवल छत्तीसगढ़िया महंत और उनके सहयोगी ही खारून महतारी की आरती करेंगे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले घाट पर विवाद की स्थिति बन गई थी, जिसमें पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। उस दौरान दोनों पक्षों में समझौते की बात भी हुई थी। पुलिस ने बताया कि विवाद के बाद घाट से सीसीटीवी कैमरे और क्यूआर कोड हटा दिए गए हैं और मंदिर समिति के साथ आगे की चर्चा की जा रही है।

पुरानी बस्ती थाना प्रभारी योगेश कश्यप ने बताया कि पुलिस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है और किसी भी प्रकार की असामाजिक गतिविधि या कानून व्यवस्था की समस्या नहीं होने दी जाएगी। फिलहाल घाट की स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है, लेकिन विवाद का स्थायी समाधान प्रशासन और स्थानीय समितियों के बीच संवाद से ही निकल सकता है।

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