सेल्फ टेस्ट किट में यदि कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव तो क्या करें? बढ़ते संक्रमण के चलते उठ रहे ऐसे सवाल… जानिए उत्तर

नई दिल्लीः देश में एक बार फिर कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान देश में 2,38,018 नए मामले सामने आए हैं। हमारे आसपास भी लगातार कोरोना मरीजों की पुष्टि हो रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों के मन में भी कई सवाल उठ रहे हैं। कब टेस्ट कराना चाहिए और कब तक आइसोलेशन में रहना जरूरी है और सेल्फ टेस्ट किट का रिजल्ट पॉजिटिव आए तो क्या करें? तो चलिए जानते है कि आखिर हमें टेस्ट कब करवाना चाहिए…

पॉजिटिव आने के बाद यदि 7 दिन तक नहीं आया बुखार तो आइसोलेशन से आ सकते हैं बाहर?

इस बार कोरोना के पॉजिटिव मरीज जिनमें माइल्ड लक्षण हैं और होम आइसोलेशन में हैं उनके लिए गाइडलाइन रिवाइज की गई है। नई गाइडलाइन के अनुसार पॉजिटिव आने पर 7 दिन का आइसोलेशन पीरियड है। अगर लगातार तीन दिनों तक फीवर नहीं आए हैं और आइसोलेशन के सात दिन पूरे हो जाएं तो आप आइसोलेशन से बाहर आ सकते हैं। आपके ऊपर यह नियम लागू हो रहा है। आप बाहर आ सकते हैं और इसके लिए फिर से कोरोना जांच जरूरी नहीं है। आप अपनी डयूटी भी जॉइन कर सकते हैं।

 

सेल्फ टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, अब क्या इलाज लेना चाहिए?

सेल्फ कोविड जांच में अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो आप इसकी सूचना सरकार को दें। जिस कंपनी की किट से आपने जांच की है उसकी वेबसाइट या ऐप पर जाकर अपनी रिपोट अपलोड करें। आपने बताया है कि पॉजिटिव आने के बाद भी हल्का फीवर है। फीवर के लिए आप पेरासिटामोल ले सकते हैं। इसके अलावा आपको कोई दवा की जरूरत नहीं है। हल्की सर्दी या खांसी की दवा की जरूरत नहीं है। यह अपने आप ठीक हो जाएगा।

बच्चों को सर्दी-खांसी होने पर क्या कोरोना जांच करवाना चाहिए?

बच्चों में भी इस बार कोरोना माइल्ड असर कर रहा है। इसलिए पैनिक न हों। केवल सर्दी और खांसी है, इसके लिए बहुत ज्यादा इलाज की जरूरत नहीं है। अगर खांसी बढ़ जाती है तो इसके लिए आप किसी पेडिएटिक्स से मिलें और उनके बताए हुए इलाज को ही लें।