Mungeli Breaking: सेतगंगा की गूंज थमी, मुंगेली के प्रिय भजन गायक प्रेम आनंद नहीं रहे…NV News 

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Mungeli Breaking: छत्तीसगढ़ के भक्ति संगीत जगत से रविवार की सुबह एक गहरा आघात पहुंचा। मुंगेली जिले के प्रसिद्ध भजन गायक प्रेम आनंद अब हमारे बीच नहीं रहे। रविवार, 12 अक्टूबर 2025 को सुबह करीब 11 बजे उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजनों ने तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

प्रेम आनंद छत्तीसगढ़ के उन चुनिंदा गायकों में से थे जिन्होंने भक्ति संगीत को जन-जन तक पहुँचाया। उनकी गायकी में भक्ति और भावनाओं का ऐसा संगम था कि श्रोताओं का मन स्वतः ही भक्ति रस में डूब जाता था। उन्होंने वर्षों तक सेतगंगा मेला, शक्ति माई मुंगेली, और दुर्गा जगराता जैसे धार्मिक आयोजनों में अपनी उपस्थिति से कार्यक्रमों को अविस्मरणीय बनाया।

स्थानीय लोगों के अनुसार, प्रेम आनंद न केवल एक गायक थे, बल्कि एक साधक भी थे। उनकी सरलता, मृदुभाषिता और भक्ति के प्रति समर्पण ने उन्हें हर वर्ग के लोगों का प्रिय बना दिया था। उनके भजन जैसे “जय जय शक्ति माई”, “सेतगंगा की शरण में” और “भक्तों का रखवाला तू” आज भी लोगों के दिलों में गूंजते हैं।

प्रेम आनंद के निधन की खबर फैलते ही मुंगेली और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। भजन मंडलियों, कलाकारों और भक्त समुदाय ने उनके योगदान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।स्थानीय संगीतकारों ने कहा कि प्रेम आनंद ने जिस सादगी और भक्ति भाव से संगीत को जिया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा। उन्होंने सिर्फ गाया नहीं, बल्कि हर गीत में भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा और लोगों के प्रति प्रेम उंडेल दिया।

मुंगेली की मिट्टी से जुड़े इस कलाकार ने अपने सुरों से न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पड़ोसी राज्यों तक भक्ति का संदेश पहुँचाया। उनके जाने से भक्ति संगीत की दुनिया में जो खालीपन आया है, उसे भर पाना मुश्किल होगा।

भजन प्रेमी और संगीत प्रेमियों के लिए यह एक युगांतकारी क्षति है,भक्ति के उस सुर को मौन हो जाना, जिसने हजारों दिलों को भक्ति भाव से भर दिया था।

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