कुसुम लोहा फैक्ट्री हादसा,चार की मौत, 40 घंटे बाद इंजीनियर की लाश मिली

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NV news :11 जनवरी 2025, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सरगांव स्थित ग्राम पंचायत रामबोड़ में कुसुम लोहा फैक्ट्री में एक बड़ा हादसा हुआ। यहां एक साइलो (संग्रहण टंकी) गिरने के बाद मलबे में दबकर चार लोगों की मौत हो गई। इस घटना में तीन शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि एक घायल मजदूर की भी मौत हो चुकी है।

घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स), एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) और स्थानीय पुलिस व प्रशासन की टीम ने लगातार 40 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान, मलबे में दबे शवों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया।

घटना में मारे गए लोगों में से एक इंजीनियर और दो मजदूरों की पहचान हो चुकी है। मृतकों में इंजीनियर जयंत साहू (वह बिलासपुर के सरकंडा के निवासी थे) शामिल हैं, जो कुसुम लोहा फैक्ट्री में काम कर रहे थे। इसके अलावा, मजदूर अवधेश कश्यप (जांजगीर-चांपा जिले के तागा गांव निवासी) और प्रकाश यादव (बलौदाबाजार जिले के अकोली निवासी) भी हादसे में मारे गए। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स अस्पताल, बिलासपुर भेजा गया है।

इस हादसे के बाद, एक और मजदूर, मनोज धृतलहरे को घायल अवस्था में मलबे से निकाला गया था। उसे तत्काल उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था, लेकिन अफसोस की बात है कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इस तरह से इस दुखद हादसे में अब तक कुल चार लोगों की जान जा चुकी है।

घटना के बाद फैक्ट्री प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने हादसे की गहन जांच शुरू कर दी है। इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए प्रशासन ने फैक्ट्री के सभी रिकॉर्ड और सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच करने का निर्णय लिया है। फैक्ट्री में काम कर रहे श्रमिकों और अधिकारियों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गई हैं, और उन्हें हर संभव सहायता देने की बात कही गई है।

यह हादसा कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़ा करता है और इस घटना के बाद राज्य सरकार ने फैक्ट्री में सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

 

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