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NVnews रायपुर :- छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, सचिव राजेश चटर्जी, महामंत्री आर के रिछारिया, कोषाध्यक्ष सतीश मिश्रा, संगठन मंत्री संजय सिंह, प्रवक्ता विजय झा एवं बी पी शर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य के कर्मचारियों को सप्ताह में 5 दिन काम करने की घोषणा को कर्मचारी हित में लिया गया अभूतपूर्व निर्णय बताया है।
पदाधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के इस दूरदर्शिता पूर्ण निर्णय से कर्मचारी-अधिकारियों को वर्कलोड के कारण उत्पन्न मानसिक तनाव भी दूर होगा। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से कर्मचारियों के कार्यक्षमता में वृद्धि होगी तथा वे शासकीय कार्यों के साथ अपने पारिवारिक दायित्वों को और अधिक बेहतर ढंग से पूर्ण करने में सक्षम होंगे। पदाधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री के इस निर्णय से 4,06,849 शासकीय सेवक एवं उनके आश्रित परिवार के सदस्य बेहद खुश हैं। विशेषरूप से महिला शासकीय सेवकों में हर्ष व्याप्त है।महिलाओं का कहना है कि इस निर्णय से गृह प्रबंधन और शासकीय कार्य में बेहतर सामंजस्य स्थापित होगा। पदाधिकारियों का मत है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के व्यक्तित्व को समझ पाना बेहद कठिन है। उनका निर्णय लेने की क्षमता बेहद अप्रत्याशित और प्रशंसनीय होता है। अनुकंपा नियुक्ति के मामलों में तृतीय श्रेणी के पदों में वर्षो पुराने 10 % सीलिंग की बाध्यता को शिथिल करने का निर्णय लेकर उन्होंने कोरोना काल में दिवंगत शासकीय सेवकों का परिवार को सहारा दिया था
फेडरेशन के पदाधिकारियों ने शासकीय कर्मचारियों के हित में अंशदायी पेंशन योजना के अंतर्गत राज्य सरकार के अंशदान को 10% से बढ़ाकर 14% किए जाने मुख्यमंत्री के घोषणा को अच्छा निर्णय बताया है। इस निर्णय से अंशदायी पेंशन योजना अंतर्गत 2,86,921 शासकीय सेवक लाभान्वित होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शासकीय सेवकों का मौलिक अधिकार केंद्र के समान 31 % महँगाई भत्ता और सातवें वेतनमान पर गृहभाड़ा भत्ता पर निर्णय लेने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शासकीय सेवक हित में लिए गए निर्णय का स्वागत छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से जुड़े विभिन्न कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी नेता डॉ. लक्ष्मण भारती, बिन्देश्वर राम रौतिया,ओंकार सिंह,पंकज पाण्डेय,चन्द्रशेखर तिवारी,डी एस भारद्वाज,बिरेन्द्र नाग,सत्येन्द्र देवॉगन,राम सागर कोसले,दिनेश रायकवार,प्रशांत दुबे,मूलचंद शर्मा,शशिकांत गौतम,मनीष ठाकुर,आर एन ध्रुव,देवलाल भारती,अजय तिवारी,यशवंत वर्मा,श्रीमती रंजना ठाकुर,सत्यदेव वर्मा, हरिमोहन सिंह,राकेश शर्मा, राकेश सिंह,रमेश ठाकुर,रवि गढ़पाले,शंकर वराठे,दिलीप झा, अश्वनी वर्मा,नीरज प्रताप सिंह, अश्वनी चेलक,सतीश ब्यौहरे, अनिल देवांगन,बजरंग मिश्रा, टार्जन गुप्ता,तुलसी राम साहू, होरीलाल छेदैय्या, गोपाल साहू, एम.एल.चन्द्राकर, केदार जैन, संजीव सिरमौर,उमेश मुदलियार, आमोद श्रीवास्तव,संतोष वर्मा आदि ने निर्णय को 5 दिन काम,2 दिन आराम बताते हुए स्वागत किया है।