NV NEWS जांजगीर-चांपा :- लोगों को रुपए डबल करने का झांसा देकर चिटफंड कंपनियों द्वारा करोड़ों-अरबों रुपए का गबन किया गया। रुपए गबन करने के बाद कंपनी के डायरेक्टर सहित अन्य पदों पर बैठे लोग रफुचक्कर हो गए। इधर कंपनी में अपनी गाढ़ी कमाई जमा कर चुके लोग अपने पैसे के लिए ही भटक रहे हैं। छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों में चिटफंड कंपनियों (Chitfund Companies) ने ऐसा मकडज़ाल फैलाया कि इसमें लगभग हर कोई फंसा। फंसाने वाला भी और कोई नहीं बल्कि भोले-भाले लोगों के अपने पहचान वाले ही निकले। इन्होंने बतौर एजेंट काम किया और कमीशन (Commission) लेकर कंपनियों में रुपए जमा करते गए और जब कंपनी के कर्ताधर्ता भाग गए तो इन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद अब चिटफंड कंपनियों के पदाधिकारी दबोचे जा रहे हैं।
इसी कड़ी में जांजगीर जिले की चांपा पुलिस ने जिले के लोगों के 5 करोड़ रुपए लेकर भागे एक चिटफंड कंपनी (Chitfund Company) के डायरेक्टर को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया है। उसने 6 साल में लोगों को रुपए डबल करने का झांसा दिया था। पुलिस ने उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
पीडि़त गनपथ लाल टंडन निवासी बेलादुला जैजैपुर की रिपोर्ट पर पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया था। चांपा थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420 409, 34, 3, 5, 6, प्राइज एंड मनी सर्कुलेशन एक्ट 2978 के तहत जुर्म दर्ज कर जांच कर रही थी।
इस मामले में फरार आरोपी राकेश सिंह सोलंकी पिता धीरज सिंह (52) निवासी शंकर नगर कालोनी सिकंदर कैंप लस्कर ग्वालियर की पतासाजी के लिए निकली थी। पुलिस आरोपी डायरेक्टर को गिरफ्तार कर चांपा थाने लाई और सोमवार को न्यायालय में पेश किया, यहां से उसे जेल भेज दिया गया।