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मध्यप्रदेश। प्रदेश की सरकार गणतंत्र दिवस के मौके पर 215 बंदियों को सौगात देने जा रही है. अलग-अलग जेलों में हत्या, लूट और अन्य जघन्य अपराधों पर आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों को रिहा करने का फैसला सरकार ने किया है. प्रदेश के जेल महानिदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि 10 सेंट्रल और 51 जिला जेलों में बंद करीब 215 बंदी आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं. 14 वर्ष पूरा होने पर उन्हें माफी देकर रिहा किया जा रहा है.
गृहमंत्री जेल उपमहानिरीक्षक संजय पांडे के मुताबिक 26 जनवरी को बंदियों के रिहा होने पर पारिश्रमिक राशि भी प्रदान की जाएगी. बताया जा रहा है कि जिला जेल से तीन कैदियों को रिहा किया जाना है. कोविड गाइडलाइन को देखते हुए इस बार ज्यादा बंदियों को पैरोल दिया गया है. मध्यप्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हालांकि दुष्कर्म और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) के तहत उम्रकैद की सजा काटने वाले को रिहा नहीं किया जाएगा.
नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया को बताया कि गणतंत्र दिवस पर रिहा होने वाली पांच महिलाओं सहित इन कैदियों की बाकी सजा अच्छे आचरण के कारण माफ की जा रही है. मध्यप्रदेश सरकार हर साल गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर जेलों से चुनिंदा कैदियों को अच्छे आचरण और अन्य मापदंडों के आधार पर रिहा करती है. गृहमंत्री ने कहा, ” मुझे उम्मीद है कि वे (कैदी) जेलों से रिहा होने के बाद अपराध से दूर रहकर और राष्ट्र निर्माण में योगदान देकर समाज में अपना पुनर्वास करेंगे.”