देश में UPI लेनदेन के बढ़ते चलन पर पीएम मोदी ने कही बड़ी बात

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NV News:-   नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश डिजिटलीकरण की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी यूपीआई और डिजिटल तरीके से बढ़ते लेनदेन के आंकड़े इसी बात की तस्दीक कर रहे हैं.

प्रधानमंत्री ने इस पर खुशी भी जताई है.उन्होंने @indianpixels  को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘मैंने अक्सर यूपीआई और डिजिटल लेनदेन के बारे में बात की है. आपने यूपीआई लेनदेन के बढ़ते चलन पर अपनी बात प्रभावी ढंग से रखने के लिए डाटा सोनिफिकेशन का सहारा लिया है. यह मुझे वास्तव में पसंद आया. यह बहुत ही रोचक, प्रभावशाली और स्पष्ट रूप से जानकारी देने वाला है.’

एक साल में 90 फीसदी बढ़ा यूपीआई लेनदेन

प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीआई के बढ़ते चलन पर यूं ही तारीफ नहीं की है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों ने उन्हें तारीफ करने के लिए मजबूर कर दिया. एनपीसीआई के आंकड़ों को देखें तो इस साल मार्च में यूपीआई के जरिये 9,60,581.66 करोड़ रुपये के लेनदेन किए गए. पिछले साल मार्च के मुकाबले यह आंकड़ा 90.25 फीसदी ज्यादा है. तब देशभर में यूपीआई के जरिये कुल 5,04,886.44 करोड़ रुपये के लेनदेन हुए थे. फरवरी 2022 में यह आंकड़ा 8,26,843.00 करोड़ और जनवरी में 8,31,993.11 करोड़ रुपये था.

वॉल्यूम के लिहाज से 98 फीसदी बढ़ोतरी

एनपीसीआई के आंकड़ों के मुताबिक, एक साल में वॉल्यूम के हिसाब से यूपीआई लेनदेन में करीब 98 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस साल मार्च में यूपीआई के जरिये 540.56 करोड़ लेनदेन हुए. यह आंकड़ा मार्च 2021 में हुए 273.16 करोड़ लेनदेन से 97.89 फीसदी ज्यादा है. इस साल फरवरी में यूपीआई के जरिये कुल 452.74 करोड़ लेनदेन हुए, जबकि जनवरी 2022 में यह लेनदेन का यह आंकड़ा 461.71 करोड़ था.

अभी 313 बैंकों में UPI लेनदेन की सुविधा

मार्च 2022 की स्थिति के मुताबिक देशभर के 313 बैंक यूपीआई से लेनदेन की सुविधा दे रहे हैं. पिछले साल मार्च में केवल 216 बैंकों में ही यह सुविधा थी. फरवरी 2022 तक 304 बैंक अपने ग्राहकों को यूपीआई लेनदेन की सुविधा दे रहे थे, जबकि जनवरी 2022 में यह आंकड़ा 297 रहा था.

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