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N.V.News कासगंज: हमारे देश में बढ़ती जनसंख्या के लिए खाद्यान्न सुनिश्चित करना बहुत ही चिंतनीय विषय है फसल उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ फसल की उत्पादकता को बढ़ाना होगा जिसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान उर्वरकों का होता है इसके लिए सबसे बुनियादी तत्व नाइट्रोजन है सभी फसलों के लिए अनिवार्य महत्वपूर्ण तत्व है, इसकी पूर्ति हेतु किसान भाई परंपरागत यूरिया बैग 45kg का प्रयोग करते हैं, जो कि महंगा व आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाता है इसके स्थान पर नैनो तरल यूरिया का प्रयोग सरल व सस्ता किसान भाइयों को आसानी से उपलब्ध हो रहा है।
उर्वरक क्षेत्र की दुनिया में सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको की मात्र इकाई कलोल, गुजरात के अत्याधुनिक नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा नैनो प्रौद्योगिकी आधारित उत्पाद नैनो तरल यूरिया बहुत ही सफल व कारगर उत्पाद है, जिसको भारत सरकार ने फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर में शामिल किया है नैनो तरल यूरिया की एक बोतल 500ml में 40,000 पीपीएम नाइट्रोजन होता है जो सामान यूरिया की एक बैग के बराबर नाइट्रोजन तत्व देता है। सामान यूरिया से पौधों को 30% नाइट्रोजन मिलता है जो फसल के पैदावार बढ़ाने में सहायक है।
नैनो यूरिया की आधा लीटर बोतल की कीमत 240 रुपये (Nano Urea Price) है. यह एक एकड़ खेत के लिए पर्याप्त है. जबकि यूरिया के एक बैग की वर्तमान कीमत 266.50 रुपये है।
नैनो यूरिया 1 एकड़ में कितना डालना चाहिए:
नैनो यूरिआ की थोड़ी सी मात्रा ही काफी रहती है और किसान भाइयों को अगर एक एकड़ में इसका छोडकाव करना है तो आपको बता दें की एक एकड़ खेत में लगभग 125 लीटर पानी के घुल की जरुरत होती है। इस घोल में आपको 250ml तक नैनो यूरिया का इस्तेमाल काना चाहिए।