Share this
क्या होते हैं CDS अधिकारी?
किसी देश की जल, थल व वायु सेना के बीच कॉर्डिनेशन स्थापित करने के लिए एक पद बनाया गया. इस पद पर मौजूद अधिकारी तीनों ही सेना के प्रमुखों से बॉर्डर व इससे संबंधित गतिविधियों पर चर्चा करते हैं व एक स्थिर कॉर्डिनेशन स्थापित करते हैं. इंडिया में पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को इस पद की घोषणा की थी. 31 जनवरी 2020 को देश के सबसे सीनियर मिलिट्री कमांडर जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले CDS अधिकारी का पद ग्रहण किया था.
- तीनों सेनाओं के बीच कॉर्डिनेशन बना के रखते हैं. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) इसके चीफ होंगे.
- चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष होंगे. सेना के ओपरेशंस के बीच बेहतर कॉर्डिंनेशन और उनके लिए आर्थिक व्यवस्थाएं करेंगे.
- तीनों सेनाओं से संबंधित मुद्दों पर रक्षा मंत्री के प्रिसिंपल मिलिट्री एडवाइजर भी होंगे.
- अन्य सेना प्रमुखों की तरह CDS भी चार स्टार वाले अधिकारी ही रहेंगे.
- CDS तीनों सेना के प्रशासनिक मुद्दों पर निर्णय लेंगे, लेकिन कोई मिलिट्री कमांड नहीं दे सकेंगे.
- CDS का पद संभालने वाले अधिकारी इसके बाद कोई भी सरकारी नौकरी नहीं कर सकेंगे.
कैसे बनते हैं CDS अधिकारी?
सेना में इस पद का निर्माण 2019 में ही हुआ, इस पद पर अधिकारी का कार्यकाल 3 साल का होता है. 2020 में सेना के सबसे सीनियर अधिकारी होने के कारण जनरल बिपिन रावत को CDS नियुक्त किया गया. इसी तरह तीनों सेना प्रमुखों में सबसे सीनियर अधिकारी को CDS बनाया जाता है.
इंडिया में क्यों बनाना पड़ा पद?
1999 में पाकिस्तान से कारगिल युद्ध के बाद 2001 में पूर्व उप प्रधानमंत्री की लीडरशिप में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने युद्ध योजनाओं पर चर्चा की. जहां उन्होंने पाया कि तीनों ही सेनाओं में तालमेल की कमी है, सेना में तालमेल होगा तो आर्मी स्तर पर बेहतर रणनीति बन सकेगी. तब CDS के पद पर चर्चा हुई, लेकिन इसे अमल में नहीं लाया जा सका. लेकिन मोदी सरकार ने 2019 में इस पद का ऐलान कर जनवरी 2020 में बिपिन रावत को पहला CDS नियुक्त भी कर दिया.
इन देशों में भी है CDS अधिकारी
ज्यादातर देशों में CDS अधिकारी सेना के बाकी अधिकारियों के मुकाबले ज्यादा ताकतवर होते हैं. भारत के अलावा UK, इटली और फ्रांस समेत करीब 10 देशों में CDS अधिकारी नियुक्त हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों में CDS को अलग-अलग जिम्मेदारियां और अधिकार दिए गए हैं.