Share this
NV news नईदिल्ली :- संसद में 875 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. संसद सचिवालय ने बताया कि 31 जनवरी से शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र से ठीक पहले, राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के साथ-साथ सदन के 875 स्टाफ कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित पाए गए हैं. यह आंकड़ा महामारी की तीसरी लहर की शुरुआत के बाद 20 जनवरी तक की गई जांच का है.
सत्र 31 जनवरी से शुरू होने वाला है और इसके पहले हिस्से का समापन 11 फरवरी को होगा.संसद में तीसरी लहर शुरू होने के बाद से अब तक 2,847 जांच की जा चुकी है और इनमें से 875 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. उन्होंने कहा कि कुल जांच में से 915 जांच राज्यसभा सचिवालय द्वारा की गई और 271 नमूनों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
राज्यसभा के सभापति भी संक्रमित
सत्र का आयोजन कोविड संबंधी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर, लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही एकसाथ चलेगी या अलग-अलग पालियों में, इस पर फैसला अभी किया जाना है. राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं. वह दूसरी बार कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं.
उपराष्ट्रपति सचिवालय ने ट्वीट किया, ‘उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के आज कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी, वह अभी हैदराबाद में हैं. उन्होंने एक सप्ताह तक पृथकवास में रहने का फैसला किया है. उन्होंने उन सभी लोगों को जांच कराने और खुद को पृथक करने की सलाह दी है जो उनके संपर्क में आए थे.’ ऐसा नहीं लग रहा है कि वह बुधवार को गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे.
8 अप्रैल तक चलेगा सत्र
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू होगा जब राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे और यह 8 अप्रैल को सम्पन्न होगा. केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा. बजट सत्र का पहला चरण 11 फरवरी तक चलेगा. इसके बाद एक माह के अवकाश के बाद सत्र का दूसरा चरण 14 मार्च से शुरू होगा और 8 अप्रैल तक चलेगा.
साल 2020 का मॉनसून सत्र पहला ऐसा सत्र था, जो कोविड प्रोटोकॉल के तहत पूरी तरह चला. उस दौरान राज्यसभा की कार्यवाही दिन के आधे के समय और लोकसभा की कार्यवाही इसके बाद चलती थी. इसी तरह के प्रोटोकॉल का 2021 के बजट सत्र के पहले हिस्से में भी पालन किया गया. पिछले साल बजट सत्र का दूसरा हिस्सा, मॉनसून सत्र और शीतकालीन सत्र पहले की तरह आयोजित हुआ और दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह 11 बजे से ही आरंभ हुई