छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने कहा- कीव मे फंसे छात्रों को सुरक्षित निकाले सरकार

रायपुर : रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद वहां से दो उड़ानों के जरिये काफी भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है. हालांकि, अब भी बड़ी संख्या में भारतीय निकाले जाने का इंतजार कर हैं और उन्होंने भारत सरकार से उन्हें सुरक्षित निकालने की अपील की है.

इन सबके बीच, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि कुछ बच्चे सुरक्षित वापस भारत लौट आए हैं. लेकिन जो बच्चे खारकीव और कीव में फंसे हैं. उनको भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सीएम बघेल ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं कि जो बच्चे फंसे हुऐ हैं, उनके किसी भी तरह से बार्डर के इलाकों तक पहुंचाने की व्यवस्था करें.

यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुसी रूसी सेना

इधर, यूक्रेन के प्राधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुस गयी है और सड़कों पर लड़ाई चल रही है. खारकीव क्षेत्रीय प्रशासन के प्रमुख ओलेह सिनेहुबोव ने रविवार को बताया कि यूक्रेनी सेना शहर में रूसी सैनिकों से लड़ रही है और उन्होंने नागरिकों से घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा है. खारकीव रूस की सीमा से 20 किलोमीटर की दूरी पर है और रूसी सैनिक खारकीव में घुस गए है. इससे पहले तक वे शहर के बाहरी इलाके में ही थे और उन्होंने शहर में घुसने की कोशिश नहीं की थी

यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए कर्नाटक के 30 छात्र

वहीं, कर्नाटक सरकार ने रविवार को कहा कि राज्य के करीब 30 छात्रों को युद्धग्रस्त यूक्रेन से सुरक्षित निकाल लिया गया है. कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि अब तक प्राप्त अभिवदेन के अनुसार, लगभग 397 लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जिनमें से 129 लोग बेंगलुरु से हैं. केएसडीएमए के नोडल अधिकारी और आयुक्त मनोज राजन ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने फंसे हुए भारतीय नागरिकों को निकालना शुरू कर दिया है. ऑपरेशन गंगा के तहत संचालित निकासी उड़ानों के जरिये यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को सीमावर्ती देशों रोमानिया, बुडापेस्ट, बुखारेस्ट, आदि के माध्यम से निकालने का काम शुरू कर दिया गया है. कर्नाटक के लगभग 30 छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.