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N.V.News रायपुर: छत्तीसगढ़ में 67 नई शराब दुकानों को खोलने की योजना के विरोध में गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने राज्य की बीजेपी सरकार पर तीखा बयान दिया है। छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों की संख्या बढ़ाने के खिलाफ गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी ने गंभीर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि शराब, सट्टा और जुआ यह सब राजनेताओं के लिए आमदनी का स्रोत बन चुके हैं।
उनके अनुसार, यदि इन गतिविधियों को समाप्त कर दिया जाए, तो राजनेताओं की स्थिति दयनीय हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नशा, सट्टा और जुआ यह राजनेताओं के लिए आमदनी के प्रमुख स्रोत बन चुके हैं। स्वामी जी ने यह भी आरोप लगाया कि अगर शराब, सट्टा और नशे की गतिविधियाँ बंद हो जाएं तो राजनेताओं की राजनीतिक स्थिति संकट में आ जाएगी।
स्वामी जी ने उपनिषद का एक किस्सा साझा करते हुए कहा कि एक समय एक राजा ने डंके की चोट पर घोषणा की थी कि उसके राज्य में न कोई चोर है, न कोई जुआरी, न ही शराब का सेवन करने वाला कोई व्यक्ति है। स्वामी जी ने यह भी आरोप लगाया कि आज के राजनेता नशा मुक्त समाज को पसंद नहीं करते, क्योंकि इससे उनकी राजनीतिक स्थिति खतरे में पड़ सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि राजनेता कभी भी नशा मुक्त समाज नहीं चाहते, क्योंकि यह उनके आर्थिक और राजनीतिक हितों से जुड़ा हुआ है। उनका यह बयान राज्य में शराब दुकानों को लेकर बढ़ते विवाद को और भी तूल दे सकता है।