अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान , वकीलों और नायब तहसीलदार के बीच हुए मारपीट के मामले को लेकर प्रदेश में बवाल,

NV news  रायगढ़ :-  वकीलों और नायब तहसीलदार के बीच हुए मारपीट के विवाद से पूरे प्रदेश में बवाल मच गया है। एक ओर जहां प्रदेश के सभी तहसीलदार और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों और छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है। वहीं आज भी तहसीलदारों के प्रदर्शन को RI संघ और पटवारियों का समर्थन मिला। उधर वकीलों की गिरफ्तारी होने पर स्टेट बार काउंसिल के साथ ही प्रदेशभर के वकीलों ने कार्रवाई का विरोध किया है। साथ ही निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर प्रदेश भर के वकील मंगलवार को काली पट्टी लगाकर काम करेंगे।

प्रदेश में बवाल

ये गुस्सा भड़का है रायगढ के तहसील ऑफिस में नायब तहसीलदार विक्रांत सिंह के साथ ही क्लर्क और चपरासी के साथ हुई मारपीट के बाद… रायगढ़ में राजस्व विभाग समेत सभी सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने तो काम बंद कर विरोध प्रदर्शन किया और मामले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। वहीं प्रदेश के दूसरे जिलों में भी प्रदर्शन जारी रहा। रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, अंबिकापुर, बिलासपुर, मुंगेली, जगदलपुर, से लेकर कांकेर और कवर्धा तक कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

रायगढ़ पुलिस मामले में अब तक तीन वकीलों भुवन साहू, जितेंद्र शर्मा और कोमल साहू की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में लगातार वकीलों के घर दबिश जारी है। इस कार्रवाई के विरोध में अब वकीलों ने भी मोर्चा खोल दिया है। (3 विंडो) रायगढ़ में पैदल मार्च कर अधिवक्ता संघ ने एसपी को ज्ञापन सौंपा। इसी तरह राजधानी रायपुर में भी वकीलों ने रायगढ़ में वकीलों के खिलाफ हुई कार्रवाई पर विरोध जताया, इधर लोरमी में अधिवक्ता संघ ने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग के अधिकारी कार्यालय के मेन गेट का ताला बाहर से बंद कर अंदर कर रहे हैं। जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं पुलिस सभी पक्षों की बात सुनकर ही कार्रवाई की बात कह रही है।

रायगढ़ में हुई इस घटना के बाद अब नायब तहसीलदार समेत राजस्व विभाग के कर्मचारी और वकील आमने-सामने हो गए हैं। दबाव के लिए प्रदर्शन का दौर दोनों ओर से जारी है। दोनों ही ओर से संगठनों ने आगे बड़े रुप में आंदोलन की चेतावनी भी दी है। लेकिन पुलिस और प्रशासन कोशिश में हैं कि मामला जल्दी सुलझ जाए।