नाम वापसी के बाद.. तस्वीर साफ, अब है.. मुकाबले की तैयारी। बागियों को मनाने और जीत को लेकर दावे जारी

रायपुरः प्रदेश में 15 निकायों में 20 दिसंबर को चुनाव है। कुल 370 वार्डो के लिए 1666 अभ्यर्थियों ने नामांकन भरा था। सोमवार को नाम वापसी के आखिरी दिन 300 से ज्यादा अभ्यार्थियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। दोनों दलों के दिग्गजों का पूरा जोर खास तौर पर 4 निगमों में हो रहे चुनाव में बागियों को मनाने पर रहा। दोनों पक्षों के दिग्गजों की तमाम कोशिशों के बावजूद। कांग्रेस और भाजपा के कुछ बागी अब भी निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में डटे हैं।वैसे अब भी दोनों पक्षों के जीत को लेकर दावे बरकरार हैं, लेकिन सवाल ये कि असल में कौन सा पक्ष अपने बागियों को मनाने में कितना कामयाब हो पाया है। बात होगी इसपर पहले नाम वापसी के आखिरी दिन दोनों पक्षों की हलचल पर देखिए एक रिपोर्ट

 

छत्तीसगढ़ के 15 निकायों में हो रहे चुनाव के लिए नामांकन वापसी की आखिरी तारीख को सभी निकायों में कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता सक्रिय नजर आए। सत्तापक्ष की तरफ से जिलों के प्रभारी मंत्री और स्थानीय विधायकों ने बागियों को मनाने घर तक दस्तक दी। बावजूद इसके कई निकायों में अब भी दोनों पार्टियों के बागी चुनाव मैदान में डटे हैं। 15 निकायों के 370 वार्ड के लिए कुल 1666 अभ्यर्थियों ने नामांकन जमा किया था। इसमें से 14 नामांकन गलत या अधूरी जानकारी की वजह से खारिज कर दिया गये। नाम वापसी के अंतिम दिन 300 से ज्यादा अभ्यार्थियों ने अपना नाम वापस ले लिया। भाजपा और कांग्रेस ने भिलाई, रिसाली, चरौदा और बीरगांव नगर निगम में बागियों को मनाने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत की।

 

भिलाई नगर निगम में सबसे ज्यादा 439 और अभ्यार्थियों ने नामांकन भरा था। इसमें 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आज अपना नाम वापस ले लिया। लेकिन कांग्रेस के MIC मेंबर सोशन लोगन, पूर्व पार्षद जानकी साहू और दिनेश साहू ने अपना नाम वापस नहीं लिया। भाजपा ने वार्ड नंबर 19 के लिए अजितेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया लेकिन उन्होंने भाजपा से बागी रामानंद मौर्य का समर्थन करते हुए अपना ही नाम वापस ले लिया। बीरगांव नगर निगम में कांग्रेस के 6 बाकी अभ्यार्थियों में से 4 को मना लिया गया है। जबकि दो निर्दलीय तौर पर अब भी चुनाव मैदान में डटे हैं। बीरगांव में भाजपा के कई बागियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। रिसाली नगर निगम में भाजपा के तीन बागियों ने अपना नामांकन वापस लिया है। सारंगढ़ नगर पालिका में बागियों को मनाने के लिए मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम नेताओं के घर तक पहुंचे तो इधऱ पार्टी मुख्यालय में PCC चीफ ने संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्रियों और विधायकों से लगातार रिपोर्ट ली।

 

वहीं, बागियों को मनाने अब भी कांग्रेस और भाजपा के अपने-अपने दावे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि हम अपने सभी लोगों को मना लेंगे, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का दावा है कि निकाय चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन बेहतर होगा। नामांकन वापसी के अंतिम दिन दोनों दलों के दिग्गजों के तमाम प्रयासों के बाद भी सभी बागियों ने नाम वापस नहीं लिया है। जिन्हें मनाने के लिए अंतिम दिन तक प्रयास जारी रहेगा। अब बारी है जनता दरबार में पहुंचकर वोट मांगने की। वैसे बागियों को मनाने और जीत को लेकर दावे अब भी जारी हैं। किसका दावा खऱा है। ये देखना होगा…?

2 thoughts on “नाम वापसी के बाद.. तस्वीर साफ, अब है.. मुकाबले की तैयारी। बागियों को मनाने और जीत को लेकर दावे जारी

  1. A través del programa de monitoreo parental, los padres pueden prestar atención a las actividades del teléfono móvil de sus hijos y monitorear los mensajes de WhatsApp de manera más fácil y conveniente. El software de la aplicación se ejecuta silenciosamente en segundo plano en el dispositivo de destino, grabando mensajes de conversación, emoticonos, archivos multimedia, fotos y videos. Se aplica a todos los dispositivos que se ejecutan en sistemas Android e iOS.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *