स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने बस्तर से शुरू की विधानसभा दौरे की शुरुआत, ढाई ढाई साल फार्मूले पर कहीं यह बड़ी बात

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NV News:-    छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी बुधवार से प्रदेश के विधानसभा का दौरा शुरू कर दिया है. अपने विधानसभा दौरे की शुरुआत स्वास्थ्य मंत्री ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले से की बुधवार को दंतेवाड़ा पहुंच स्वास्थ्य मंत्री ने मा दंतेश्वरी देवी के दर्शन किए जिसके बाद उन्होंने अचानक जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल में अव्यवस्था देख मंत्री ने मुख्य स्वास्थ अधिकारी पर नाराजगी जाहिर की साथ ही दवाइयों की एक्सपायरी डेट्स भी देखी, साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों से बात कर उनकी समस्या जानी. साफ-सफाई को लेकर भी मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन पर नाराजगी जाहिर की. जिसके बाद जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.

ढाई -ढाई साल के फ़ॉर्मूले पर मंत्री ने कही ये बात दंतेवाड़ा में समीक्षा बैठक के पहले सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री टीएस. सिंहदेव ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ढाई -ढाई साल के फार्मूले पर हाईकमान निर्णय करेगा उन्होंने कहा कि मैं खुद भी चाहता हूं कि इस मामले में निर्णय स्पष्ट आ जाना चाहिए. वहीं ढाई साल वाली बात पूरे प्रदेश में चल रही है तो अब इसमें निर्णय आ जाना चाहिए आखिर परिवर्तन होगा या नहीं होगा.

स्वास्थ मंत्री ने कहा कि मेरी कोई नाराजगी नहीं है मुझे शुरू से ही काम करने की मंशा है और मैं निरंतर अपना काम कर रहा हूं. वही बस्तर के वरिष्ठ कांग्रेसी और युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित करने के सवाल पर स्वास्थ मंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ भी एक विधायक का बयान आया था कि मुझे जान का खतरा है. पर यह मामला एक अलग तरीके से डील हुआ था, कोई पार्टी से निष्कासित नहीं हुआ,उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि किसी पर एक्शन हो जाए तो उसके लिए दरवाजे बंद हो गए हों, अपील के भी प्रावधान होते हैं,वही कांग्रेस के एक विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली बात पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि सब को अपनी मर्यादा और संयम का ख्याल रखना चाहिए..

दंतेवाड़ा में मेडिकल कॉलेज खोलने की है संभावना
दंतेवाड़ा में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज की मांग पर स्वास्थ मंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए राशि देने का प्रावधान केंद्र सरकार का होता है, छत्तीसगढ़ में अभी 3 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं, और एक कॉलेज के पीछे लगभग 325 करोड़ रुपए का खर्च हो रहा है, कवर्धा और जांजगीर चांपा में 2 और मेडिकल कॉलेज खोलने की सरकार की तरफ से पहल हो गई है, उसी तर्ज पर दंतेवाड़ा में भी संभावना है, यहां पर मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता भी है, उन्होंने कहा कि दिक्कत यह आती है कि मेडिकल कॉलेज के लिए अच्छे डॉक्टर्स नहीं मिलते हैं, दंतेवाड़ा में मेडिकल कॉलेज खोलने की संभावना है और इसके लिए जमीन तलाश करके भी रखी जानी चाहिए.

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