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असम की नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) ने बांस से एथनॉल बनाने के लिए फिनलैंड की कंपनी के साथ गठजोड़ किया है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए एनआरएल के प्रबंध निदेशक भास्कर ज्योति फुकन ने कहा कि कंपनी ने जैव-एथनॉल संयंत्र में भारी निवेश किया है।
फुकन ने कहा, ‘‘हमने बांस से एथनॉल बनाने के लिए फिनलैंड की एक कंपनी के साथ करार किया है। किसानों से बांस की खरीद की जाएगी और संयंत्र एथनॉल के साथ मोटर स्पिरिट के सम्मिश्रण के लिए पूर्वोत्तर में तेल विपणन कंपनियों का ‘बैक-अप’ आपूर्तिकर्ता बन सकता है।’’
उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कंपनी कैप्टिव बिजली उत्पादन से बाहर निकलने और ग्रिड से जुड़ने की कोशिश कर रही है जिसके लिए उसने एक हरित बिजली उत्पादक के साथ बिजली खरीद समझौता किया है।
उन्होंने कहा कि भारत को कच्चे तेल की कीमतों की अस्थिरता से बाहर निकलने की जरूरत है.