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N.V. न्यूज़ :अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का प्रथम तल दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा और जनवरी 2024 में रामलला अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अपनी इसी टाइम लाइन को लेकर पूरी तरह सजग है और निर्माण प्रक्रिया उसी के अनुरूप चल रही है.
2024 रामलला होंगे विराजमान
श्री राम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने 3 दिसंबर को ड्रोन कैमरे से खींची गई एक तस्वीर शेयर की है. ऊपर से ली गई इन तस्वीरों में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि मंदिर का निर्माण कार्य कहां तक पहुंच चुका है और मौजूदा समय में मंदिर निर्माण की स्थिति क्या है. जबकि 2 तस्वीरें 25 नवंबर की हैं जो करीब से खींची गई हैं.
लगातार आकार ले रहा है राम लला का मंदिर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रगति को दिखाती ताज़ा तस्वीर 🙏🏻 pic.twitter.com/7cid3WiHWH
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) December 6, 2022
तस्वीरों की अगर बात करें तो इनमें गर्भ ग्रह के निर्माण के साथ अब मंदिर के तराशे गए खड़े किए खम्भे देखे जा सकते हैं. कुल मिलाकर कहें तो तस्वीरें अपनी जुबान में कह रही हैं कि राम मंदिर का वह फाउंडेशन तैयार हो चुका है जिस पर अब प्रथम तल के छत की लिए खम्भों का आधार खड़ा किया जा रहा है.
आपको बता दें कि इन खम्भों को तराशने का कार्य 1992 से चल रहा था. श्री राम जन्मभूमि कार्यशाला में कारीगर लगातार इनको तराशने में लगे थे और अब उनकी मेहनत और कला के उपयोग का समय आया है.
2024 में श्री राम जन्मभूमि मंदिर भले ही श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा और वह अपने आराध्य रामलला का दर्शन इस भव्य राम मंदिर में कर पाएंगे, लेकिन मंदिर पूरी तरह बनकर 2025 में तैयार होगा.
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के आसपास के इलाकों में कॉमन बिल्डिंग कोड लागू करने का आदेश दिया है. इसके तहत राम मंदिर के आस-पास की सभी इमारतें एक ही आकार और रंग में बनाई जाएंगी. उन्होंने अयोध्या को सुनियोजित शहर के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्तावित महायोजना-2031 का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि महायोजना के मूल में ईज ऑफ लिविंग हो.