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NV News राजनांदगांव: लोकसभा चुनाव लड़ रहे भूपेश बघेल को उनके अपने ही हारने में लगे हैं. दीवार लेखन में गड़बड़ी से ये निष्कर्ष निकाला जा सकता हैं. कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को सम्मान और उचित स्थान नहीं देती इसी का परिणाम है. पेंटर ने इतनी बड़ी गलती कर दी लेकिन किसी भी कार्यकर्ता ने यह भी ज़रूरत नहीं समझी कि इसे सुधारा जाए. ऐसी कई सारी गलतियाँ कांग्रेस पार्टी चलते चुनाव में करती है जिसका भुगतान चुनाव के परिणाम के हार के रूप में होता है उसके बाद कांग्रेस पार्टी EVM में दोष मड़ती रहती है.
कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी के नेता जो ज़िंदाबाद मुर्दाबाद 5 साल तक चिल्लाते उनकी कोई पूछ परख होती नहीं. भाड़े के किराये के टट्टू लाकर राजनांदगांव चुनाव में दलालों के माध्यम से चुनाव प्रचार कराने का परिणाम और क्या हो सकता है. इसे कहते हैं चुनाव कोई और लड़ रहा है. बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना कोई और हो रहा है राजनांदगांव लोकसभा में भूपेश बघेल का बाहरी प्रत्याशी का होना भी ख़तरनाक साबित हो सकता है.