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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग ने देर रात राज्य की 403 सीटों में 402 सीटों पर चुनाव परिणाम घोषित कर दिए, जिनमें भारतीय जनता पार्टी ने अपने सहयोगियों के साथ 273 सीटों पर जीत दर्ज कर पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, अब तक हुई मतगणना में बीजेपी को 41.29 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि समाजवादी पार्टी को 32.03 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी को 12.88 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर करीब एक लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीत गये हैं. हालांकि, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कौशांबी जिले की सिराथू सीट पर सात हजार से अधिक मतों से चुनाव हार गये.
वहीं, राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत दर्ज की है. सपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने आठ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह सीटों पर जीत दर्ज की है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मैनपुरी जिले की करहल सीट पर केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार प्रोफेसर एस पी सिंह बघेल को 67 हजार से अधिक मतों से पराजित कर दिया है.
हालांकि, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा के वरिष्ठ नेता राम गोविंद चौधरी बलिया की बांसडीह सीट से बीजेपी की केतकी सिंह से चुनाव हार गये. केतकी सिंह को 1,03,305 मत और चौधरी को 81,953 मत मिले.
जसवंतनगर सीट पर समाजवादी पार्टी के शिवपाल सिंह यादव 1,59,718 मत पाकर चुनाव जीत गए और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के विवेक शाक्य को 68,739 मतों से संतोष करना पड़ा. राज्य सरकार के गन्ना मंत्री सुरेश राणा (थाना भवन), ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह (पट्टी), खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी (फेफना) और बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी (इटवा) समेत राज्य सरकार के 11 मंत्री चुनाव हार गये हैं.
मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने गाजियाबाद में एक लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है. राज्य सरकार के मंत्री सतीश महाना (महराजपुर), आशुतोष टंडन (लखनऊ पूर्व), सिद्धार्थनाथ सिंह (इलाहाबाद पश्चिम), नंद गोपाल गुप्ता नंदी (इलाहाबाद दक्षिण), सूर्य प्रताप शाही (पथरदेवा), मथुरा में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने गाजियाबाद में एक लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया है.
उनके अलावा, रमापति शास्त्री (मनकापुर) जय प्रताप सिंह (बांसी) राम नरेश अग्निहोत्री (भोगांव), अनिल राजभर (शिवपुर), राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल (वाराणसी उत्तरी) नीलकंठ तिवारी (वाराणसी दक्षिणी), पल्टू राम (बलरामपुर) अजीत पाल (सिकंदरा), भी चुनाव जीत गये हैं.
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत के लिए कम से कम 202 सीटों की जरूरत है. निर्वाचन आयोग द्वारा बृहस्पतिवार रात करीब डेढ़ बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश की सभी 403 सीटों में 402 सीटों के परिणाम घोषित किये जा चुके हैं और इनमें बीजेपी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है.
बीजेपी के उम्मीदवारों में सबसे आखिर में जौनपुर जिले में उप्र सरकार के राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव जीत गये. यादव को 97,760 मत मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के अरशद खान को 89,708 मतों पर संतोष करना पड़ा. इसके अलावा, बीजेपी के सहयोगी अपना दल (एस) ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी की एक और सहयोगी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) ने भी छह सीटों पर जीत हासिल की है.
निर्वाचन आयोग के अनुसार समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है. सपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि एक अन्य सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने छह सीटों पर जीत दर्ज की है.
कभी उत्तर प्रदेश की एक बड़ी सियासी ताकत रही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मात्र एक सीट पर जीत हासिल कर सकी है. विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह बलिया जिले की रसड़ा विधानसभा सीट से 87,887 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के महेंद्र से 6,583 मतों के अंतर से जीत गये हैं. महेंद्र को 81,304 मतों पर ही संतोष करना पड़ा है.
कांग्रेस दो सीटें ही जीत पाई है. कांग्रेस की आराधना मिश्रा ‘मोना’ प्रतापगढ़ जिले की अपनी परंपरागत सीट रामपुर खास जीतने में कामयाब हुई हैं. 1980 से लगातार उनके पिता इस सीट पर जीतते रहे थे और 2014 में उप चुनाव के बाद आराधना भी लगातार इस सीट पर जीत हासिल करती रही हैं.
हालांकि, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू कुशीनगर जिले की तमकुहीराज सीट से चुनाव हार गये हैं. महराजगंज जिले की फरेंदा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार वीरेंद्र चौधरी ने भी जीत दर्ज की है.
प्रतापगढ़ जिले से ही आने वाले रघुराज प्रताप सिंह के नेतृत्व वाली जनसत्ता दल लोकतांत्रिक ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है. इनमें अपनी परंपरागत सीट कुंडा में रघुराज ने अपनी जीत का सिलसिला बनाये रखा. इसके पहले वह 1993 से लगातार निर्दलीय जीत रहे थे लेकिन खुद की बनाई पार्टी से पहली बार चुनाव लड़े और जीत हासिल की. बाबागंज विधानसभा सीट पर भी जनसत्ता दल के उम्मीदवार को जीत मिली है.