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NV News:- छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में पुलिस ने चोरी बड़े मामलों को खुलासा किया है. सरगुजा के अंबिकापुर में में 2 महीने के भीतर चोरी की 40 वारदातों को अंजाम दिया गया. पुलिस का दावा है कि ये सभी चोरियां 2 लोगों ने मिलकर ही अंजाम दी हैं. आरोपियों ने चोरी का माल खपाने के लिए उत्तर प्रदेश में एक दुकानदार को सेट कर रखा था. चोरी करने के बाद वे सामान लेकर यूपी जाते थे और पहले से सेट दुकानदार के पास बेच देते थे. आरोपी बड़े शातिराना तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देते थे. इसके बाद कुछ समय के लिए वे फरार हो जाते थे.
सरगुजा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चोरों ने अंबिकापुर शहर में ही 40 चोरी की वारदातों को अंजाम दिया. चोरों ने बीते 60 दिनों के भीतर ही अंजाम दिया गया. पुलिस ने चोरी को अंजाम देने वाले 2 आरोपियों के साथ ही चोरी का सामान खरीदने वाले उत्तर प्रदेश के एक दुकानदार को गिरफ्तार किया है. उनकी निशानदेही पर 30 लाख का माल भी पुलिस ने जब्त किया है. इसमें सोने-चांदी के जेवरात, कैश व चोरी में इस्तेमाल किए गए हथियार भी शामिल है.
स्पेशल टीम ने किया पर्दाफाश
सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर में चोरी की लगातार आ रही शिकायतों के बाद पुलिस कप्तान ने स्पेशल टीम गठित की. टीम को चोरी वारदात को अंजाम दे रहे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का टास्क दिया गया. सरगुजा पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले ने बताया कि स्पेशल टीम ने गंभीरता से जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक अंबिकापुर में मकान किराए पर लेकर रह रहे मुख्य आरोपी पिंटू पांडे को पकड़ा. पिंटू से पूछताछ में पता चला कि वो 2 महीने में अपने एक साथी बाबू खान के साथ 40 चोरियां की हैं.
पिंटू ने बताया कि चोरी का सामान दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी काजू सोनी को बेच देते थे. पिंटू की निशानदेही पर पुलिस ने बाबू खान और काजू सोनी को भी गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 458 ग्राम सोना, ढाई किलो चांदी, 4 लाख 50 हजार रुपए नगद समेत करीब 30 लाख रुपये के सामान पुलिस ने बरामद किए हैं. आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें बीते मंगलवार को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.