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मुंगेली- छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा के आह्वान पर सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने के लिए कल पूरे छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से 60000 से भी अधिक सहायक शिक्षक जेल भरो आंदोलन में भाग लेते हुए अपना गिरफ्तारी दिए। इसी तारतम्य में मुंगेली जिला के हजारों क्रांतिकारी ऊर्जावान सहायक शिक्षकों ने भी अपनी एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति दूर करने हेतु रायपुर स्थित बूढ़ा तालाब के पास अनिश्चितकालीन आंदोलन करते हुए कल जेल भरो आंदोलन में अपनी सक्रिय सहभागिता निभाई। कुछ ही घंटों में सभी शिक्षको की निः शर्त रिहाई भी हो गई। सहायक शिक्षकों का कहना है कि पिछले 25 वर्षों से उनका शोषण हो रहा है। संविलियन होने के बाद वेतन विसंगति की खाई और बढ़ गई है। व्याख्याता और शिक्षक के वेतनमान में ज्यादा अंतर नही है।इनके मुकाबले में सहायक शिक्षकों का वेतन बहुत ही कम है। हर महीने 14 से 15000 रुपए की आर्थिक क्षति हो रही है। समान काम के बदले समान वेतन मिलना चाहिए। प्राइमरी शिक्षक ही बुनियादी शिक्षा के आधार स्तंभ होते हैं। सहायक शिक्षकों का सही वेतन निर्धारण नहीं होने से इनको आर्थिक एवं मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। राज्य सरकार के द्वारा बार-बार कमेटी गठित होने के बाद और कमेटी की रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं होने पर, मांगे पूरी नहीं होने पर सहायक शिक्षकों को विद्यालय में अध्यापन कार्य छोड़कर मजबूरन अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए सड़क पर आना पड़ रहा है। जेल भरो आंदोलन करते हुए गिरफ्तारी देना पड़ रहा है। फेडरेशन के मुंगेली जिला अध्यक्ष राजेंद्र नवरंग, ब्लॉक अध्यक्ष अखिलेश शर्मा,रोहित डिंडोरे ,मनोज अंचल, भूपेंद्र सिंह बंजारे,गोकुल पटेल , मनोज कश्यप, गोविंद पटेल, अजय सोनले, कन्याकुमारी, आरती, अंकिता, अनिता, संध्या देवांगन, राधिका देवांगन , विलन बेन , माया राजपूत, संतोष यादव, भूषण पात्रे,हीरा विश्वकर्मा, प्रदीप मीरे,मोहन लहरे आदि सैकड़ों की संख्या में सहायक शिक्षक सम्मिलित रहे।