Delivery stopped in Ghorpura PHC:घोरपुरा PHC में स्टाफ की भारी कमी, डिलीवरी सेवाएं बंद, ग्रामीणों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन- NV News

Share this

N.V.News मुंगेली: Delivery stopped in Ghorpura PHC: जिला मुंगेली (District Mungeli) के ग्राम घोरपुरा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में स्टाफ की गंभीर कमी और डिलीवरी सेवाओं के बंद होने से ग्रामीणों में गहरा असंतोष है। ग्रामीणों ने आज दिनांक 09.09.2025 को कलेक्टर जनदर्शन मुंगेली में सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश सिंह के नेतृत्व में इस समस्या को लेकर एक ज्ञापन सौंपा और शीघ्र समाधान की मांग की।

ग्रामीणों का कहना है कि शासन द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण तो करवा दिया गया, लेकिन वर्षों से इसमें आवश्यक मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति नहीं हो पाई है। वर्तमान में अस्पताल में न तो नियमित डिलीवरी की सुविधा है और न ही आवश्यक स्टाफ जैसे कि स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट और सुरक्षा गार्ड उपलब्ध हैं। इससे गांव की महिलाएं और मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

स्थानीय स्तर पर नहीं हो पा रही डिलीवरी:

अस्पताल में डिलीवरी सुविधा बंद होने के कारण महिलाओं को मुंगेली जिला अस्पताल या अन्य निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। इससे न केवल समय और पैसा बर्बाद होता है, बल्कि कई बार जीवन को भी खतरा हो जाता है। ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में एक गर्भवती महिला को समय पर इलाज न मिल पाने के कारण जान गंवानी पड़ी। यह कोई पहली घटना नहीं थी; पहले भी दो-तीन ऐसे मामले हो चुके हैं जिनमें स्टाफ की अनुपलब्धता के कारण मरीजों की जान चली गई।

 

सरपंच और उपसरपंच ने जताई चिंता:

दिनांक 08.09.2025 को ग्राम सरपंच शिवकुमार जांगड़े, उपसरपंच मीनाक्षी विनय साहू सहित ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर वहाँ की स्थिति का जायजा लिया और स्टाफ से मुलाकात कर समस्याओं पर चर्चा की। सभी ने एकमत होकर कहा कि यदि शीघ्र स्टाफ की नियुक्ति नहीं होती है, तो यह केंद्र महज़ एक नाम बनकर रह जाएगा और लोगों का सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से भरोसा उठ जाएगा।

ज्ञापन में की गई प्रमुख माँगें:

ज्ञापन में स्पष्ट रूप से मांग की गई है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घोरपुरा में अविलंब एक स्टाफ नर्स, एक फार्मासिस्ट और एक सुरक्षा गार्ड की नियुक्ति की जाए, ताकि स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकें। इसके साथ ही डिलीवरी सेवाओं को पुनः शुरू करने की भी माँग रखी गई है।

ज्ञापन सौंपने वालों में शामिल प्रमुख लोग:

ज्ञापन देने वालों में ग्राम पंचायत के सरपंच शिवकुमार जांगड़े, उपसरपंच मीनाक्षी विनय साहू, बृजेश सिंह परिहार, सुकदेव साहू, बेदराम साहू, ईश्वर साहू, किशन नेताम, करन चौहान, छन्नू साहू, धर्मेन्द्र साहू, गणेश ध्रुव, गंगाराम साहू, देव निर्मलकर, जितेन्द्र, पुरुषोत्तम, जाखन आदि शामिल रहे।

CMHO को भी भेजा गया प्रतिलिपि:

ग्रामीणों ने यह ज्ञापन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO), मुंगेली को भी सूचनार्थ भेजा है। सभी ने आशा व्यक्त की है कि जिला प्रशासन इस गंभीर समस्या पर शीघ्र संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करेगा, ताकि भविष्य में किसी भी ग्रामीण को इलाज के अभाव में जान न गंवानी पड़े।

 

Share this