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NV News धमतरी, छत्तीसगढ़ | धमतरी जिले में सोमवार को कलेक्टर जनदर्शन के दौरान एक युवक द्वारा आत्मदाह करने की कोशिश से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के अनुसार युवक प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के अंतर्गत घर मिलने की उम्मीद में कई महीनों से लगातार कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहा था, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इस निराशा में उसने जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या करने की कोशिश की।
घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को रोका और तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया। फिलहाल युवक का इलाज जारी है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद पूरे कलेक्टोरेट परिसर में अफरा-तफरी मच गई, वहीं अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं।
पेट्रोल लेकर जनदर्शन पहुंचा युवक
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवक जनदर्शन में अपने दस्तावेजों और एक बोतल पेट्रोल के साथ पहुंचा था। जैसे ही वह अधिकारियों से अपनी बात कहने के लिए आगे आया, उसने खुद पर पेट्रोल उड़ेल लिया और आग लगाने की कोशिश की। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों और आम लोगों ने फुर्ती दिखाते हुए युवक को काबू में किया और आग लगाने से पहले ही रोक दिया।
पीएम आवास योजना से जुड़ा मामला
युवक का आरोप है कि वह कई महीनों से पीएम आवास योजना के तहत मकान के लिए आवेदन कर रहा था, लेकिन न तो उसे कोई स्पष्ट जवाब मिल रहा था और न ही आवेदन स्वीकृत किया गया। हर बार कलेक्टर कार्यालय आने के बावजूद उसकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया। युवक का कहना है कि उसने ग्राम पंचायत से लेकर जनपद और जिला स्तर तक गुहार लगाई, लेकिन कहीं से राहत नहीं मिली।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
घटना के तुरंत बाद धमतरी जिला प्रशासन हरकत में आया और मौके पर वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। कलेक्टर ने स्वयं मामले की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित विभाग से रिपोर्ट तलब की है। कलेक्टर ने कहा कि जनदर्शन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समाधान करना है और किसी भी नागरिक को ऐसी स्थिति में पहुंचना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि युवक की समस्या की गंभीरता से जांच की जाएगी और दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
सवालों के घेरे में जनदर्शन की व्यवस्था
इस घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था और जनदर्शन की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जनदर्शन जैसे मंच, जो जनता की आखिरी उम्मीद माने जाते हैं, यदि वहां भी सुनवाई न हो तो आम लोगों की परेशानी समझी जा सकती है। यह घटना सिस्टम की संवेदनहीनता की तस्वीर भी पेश करती है।
फिलहाल युवक अस्पताल में भर्ती है और पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि युवक को न्याय दिलाया जाएगा और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।