मुंगेली में एनएचएम संविदा कर्मचारियों की हड़ताल आठवें दिन भी जारी, प्रदेश अध्यक्ष ने भरी हुंकार…NV News

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मुंगेली। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियमितीकरण एवं अन्य लंबित मांगों को लेकर शुरू हुई अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को आठवें दिन भी जारी रही। हड़ताल स्थल पर आज एनएचएम प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी पहुंचे और कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को लिखित रूप से पूरा नहीं करती, तब तक हड़ताल पूरे जोश और उत्साह के साथ अनवरत जारी रहेगी।
प्रदेश अध्यक्ष के आगमन से हड़तालियों में नई ऊर्जा का संचार हुआ। कर्मचारी दिनभर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों पर डटे रहे। विशेष बात यह रही कि महिला कर्मचारी भी अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ हड़ताल में शामिल हो रही हैं।
डॉ. मिरी ने कहा कि आज आंदोलन का आठवां दिन है और स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। जिले से लेकर ग्रामीण अंचलों तक टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं और जनजागरूकता कार्यक्रम ठप पड़ चुके हैं। उन्होंने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनता को हो रही असुविधा के लिए केवल वर्तमान सरकार जिम्मेदार है, क्योंकि अब तक उनकी ओर से किसी भी स्तर पर बातचीत की पहल नहीं की गई है।
उन्होंने बताया कि हड़ताल से पहले संघ ने सरकार को 160 से अधिक ज्ञापन दिए थे। कई बार मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की गई तथा विधानसभा में भी विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों से अनुशंसा पत्र प्राप्त किए गए। इसके बावजूद कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।
डॉ. मिरी ने कहा कि जुलाई 2023 में पिछली सरकार के समय भी हड़ताल हुई थी। उस दौरान मंच से भाजपा नेताओं अरुण साव, ओ.पी. चौधरी और विजय शर्मा ने आश्वासन दिया था कि “मोदी की गारंटी” के तहत सत्ता में आने के 100 दिनों के भीतर संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाएगा। मगर वर्तमान सरकार अपने वादे भूलकर कुंभकरण की नींद सो रही है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारी आंदोलन को रचनात्मक तरीके से भी आगे बढ़ा रहे हैं। हाल ही में महिला कर्मचारियों ने हड़ताल स्थल पर पोला पर्व मनाया और अब तीज का पर्व भी यहीं मनाया जाएगा। इसके जरिए वे सरकार को संदेश देना चाहती हैं कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कर्मचारियों को 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन आदेश जारी नहीं होने से नाराजगी बढ़ी है। यदि सरकार ने जल्द ही निर्णय नहीं लिया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। अभी यह आंदोलन जिला स्तर पर चल रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में इसे राज्य स्तर पर व्यापक रूप दिया जाएगा।
हड़ताल स्थल पर रवि दीक्षित, अमित दुबे, पवन निर्मलकर, मनीष गुप्ता, जितेंद्र गौचंद, सचिन महोबिया, सरिता पाव, दुलेश्वरी यादव, कार्तिक साहू, डॉ. रुपेश, दुर्गा शंकर तिवारी, अर्चना राही, नागेश भास्कर, ज्योति मरावी, प्रतिमा, नेहा, रीमा, कमलेश्वर, केदार, सुषमा, संतोष, मनीषा टंडन, मेघा श्याम, पुष्पांजलि, रुखमणी, शकुंतला, अंजलि ध्रुव, मनीषा साहू, ममता नवरंग, देवी प्रसाद साहू, अमित ठाकुर, प्रणय सागर, राहुल, विनोद, संगीता निर्मलकर, केनेड़ी, ओमप्रकाश कुर्रे सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे।
एनएचएम कर्मचारियों ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों को लिखित में पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक हड़ताल समाप्त नहीं होगी। जिससे आने वाले दिनों में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप पड़ सकती हैं।