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NV News:- उत्तर प्रदेश के बांदा में जिला अस्पताल ट्रॉमा सेंटर में मेडिकल स्टाफ की बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. जिसमें एक मरीज की जान खतरे में पड़ गई. जानकारी के अनुसार, ट्रेनी स्वास्थ्यकर्मी ने बीमार महिला को इंजेक्शन लगाकर उसकी सुई महिला के शरीर के अंदर ही छोड़ दी.
इस घटना के बाद स्वास्थ्यकर्मी मौके देखकर वहां से भाग गया.
इंजेक्शन लगने के एक घंटे बाद महिला दर्द से तड़पने लगी, जिसके बाद उसके परिवार ने अस्पताल में बवाल मचा दिया. मरीज की हालत बिगड़ती देखकर डॉक्टर और CMS को फ़ौरन वार्ड में बुलाया गया. उन्होंने मरीज का तत्काल एक्सरे करवाया. आनन-फानन में पीड़ित महिला का ऑपरेशन कर सुई को बाहर निकाला गया. परिवार वालों का आरोप है कि जिला अस्पताल के पैथोलॉजी में भी ट्रेनी स्वास्थ्य कर्मियों की भरमार है. कोई भी सीनियर टेक्नीशियन दिखाई नहीं देता है. उन्होंने आरोप लगाया कि मनमाने तरीके से ट्रेनी स्वास्थ्यकर्मी मरीजों का ब्लड निकालते हैं. उन्होंने कहा कि यदि एक बार में खून नहीं निकला, तो दो से तीन बार सुई शरीर में चुभाई जाती है. शरीर में कई जगहों से खून निकालने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने बताया कि उनके मरीज को पेट में सिर्फ दर्द था, मगर उसे ऑपरेशन टेबल तक जाना पड़ गया.
इस मामले जिला अस्पताल के इंचार्ज CMS डॉ. एसएन मिश्र ने बताया है कि महिला मरीज को इंजेक्शन लगाया गया. जैसे ही सीरींज खींची गई तो जॉइंट से निडिल खुल गई. वैसे यह मेरे जीवन का पहला ऐसा मामला है क्योंकि ऐसा होता नहीं है.