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NV News :केन्द्रीय राज्यमंत्री तोखन साहु ने मंत्रालय में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने मिशन की डायरेक्टर रूपा मिश्रा के साथ मिलकर स्वच्छता पखवाड़े के तहत अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा की। साथ ही, पखवाड़े के दौरान किए जाने वाले कार्यों के कार्यान्वयन पर भी चर्चा की गई और आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए।
इस वर्ष के स्वच्छता पखवाड़े में पूरे देश में ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है, जो दुर्गम और प्रायः गंदे रहते थे। इन्हें विशेष सफाई चिन्हित यूनिट (CTU) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इन स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि उनकी सफाई सुनिश्चित की जा सके और स्वच्छता को स्थायी बनाया जा सके। यह कदम न केवल स्वच्छता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, बल्कि सामाजिक जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।
श्री साहु ने बैठक में बताया कि मंत्रालय ने हाल ही में आयोजित एक शीर्षस्तरीय बैठक में सभी केंद्रीय लोक उद्योगों को निर्देशित किया है कि वे CTUs को चिन्हित करें और इन स्थलों पर स्थायी सफाई समाधान विकसित करें। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि ये स्थान फिर से गंदे न हों और स्थानीय समुदायों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़े।
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि स्वच्छता पखवाड़े के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और स्थानीय संगठनों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियानों का संचालन शामिल है। इसके अंतर्गत स्वच्छता रैली, कार्यशालाएं और संवाद सत्र भी आयोजित किए जाएंगे, ताकि लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ सके।
तोखन साहु ने सभी stakeholders से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बनाएं। उनका मानना है कि सामूहिक प्रयासों से ही हम स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं और एक स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं।
स्वच्छ भारत मिशन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक आंदोलन है, जिसमें हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में सरकार की योजनाओं और निर्देशों का सही तरीके से पालन करने की आवश्यकता है, ताकि स्वच्छता को सभी के जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाया जा सके।