“Suicide Case”: दहेज की यातना से नवविवाहित ने दी जान…NV News

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रायपुर/(CG Suicide Case): सरस्वती नगर थाना क्षेत्र के कोटा कॉलोनी में दहेज प्रताड़ना का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। शादी के महज तीन महीने बाद 30 वर्षीय नवविवाहिता सरस्वती निर्मलकर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। पुलिस ने मर्ग जांच के बाद पति देवानंद निर्मलकर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और शारीरिक शोषण के आरोप में केस दर्ज किया है।

दहेज को लेकर शुरू हुई प्रताड़ना:

जानकारी अनुसार, शादी के समय सरस्वती के परिवार ने अपनी क्षमता के अनुसार घरेलू सामान दिया था। इसके बावजूद पति ने मोटरसाइकिल की मांग पूरी न होने पर लगातार दबाव और प्रताड़ना जारी रखी। नवविवाहिता के परिजन बताते हैं कि पति सिर्फ दहेज के लिए ही नहीं, बल्कि मासिक धर्म के दौरान भी जबरन शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता था।

सुसाइड करने कि दर्दनाक वजह:

23 अगस्त की रात 10 बजे से 24 अगस्त की सुबह 4 बजे के बीच सरस्वती ने अपने किराए के कमरे में चुनरी से पंखे पर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम ने पंचनामा कार्रवाई की। शव का पीएम एम्स रायपुर में किया गया, जिसमें मौत का कारण फांसी लगाना बताया गया।

परिवार और पूछताछ में खुला सच:

पुलिस जांच में पता चला कि पति देवानंद निर्मलकर के अलावा ससुर और देवर भी सरस्वती पर प्रताड़ना की पुष्टि करते हैं। मृतका के माता-पिता बैशाखीन बाई और जगदीश, बहन नीलम और भाई कमलेश ने भी यही आरोप पुलिस को बताए।

सामाजिक रीति-रिवाज से हुई शादी:

सरस्वती और देवानंद की शादी 4 मई 2025 को सामाजिक रीति-रिवाज से हुई थी। शादी के बाद से ही दहेज को लेकर विवाद और मानसिक दबाव लगातार बढ़ता गया। महज तीन महीने में ही नवविवाहिता ने जीवन समाप्त कर लिया।

दहेज प्रथा पर सवाल:

यह घटना समाज में दहेज प्रथा की भयावहता को एक बार फिर उजागर करती है। शादी के कुछ ही महीनों में पत्नी की मौत ने न केवल परिवार को तोड़ा बल्कि समाज को भी झकझोर दिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और आरोपी पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।

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