“SP’s crime meeting”: लंबित केसों पर सख्ती, अपराधियों पर शिकंजा…NV News 

Share this

धमतरी। जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने सभी थाना-चौकी प्रभारियों एवं राजपत्रित अधिकारियों की महत्वपूर्ण क्राइम मीटिंग ली। बैठक में लंबित अपराधों, मर्ग, वारंट, शिकायतों और महिला सुरक्षा से जुड़े मामलों की गहन समीक्षा की गई। एसपी(SP) ने स्पष्ट कहा कि अपराधों पर अंकुश और जनता का विश्वास कायम रखने के लिए लंबित मामलों का शीघ्र निराकरण ही प्राथमिकता है।

अपराधों में कमी, लेकिन सतर्कता जरूरी:

बैठक में अपराध के तुलनात्मक आंकड़े पेश किए गए। 2024 की तुलना में 2025 में अब तक अधिकांश प्रमुख अपराधों में 15 से 20 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इसके बावजूद एसपी (SP) ने पुलिस अधिकारियों को चेताया कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। समय पर चालान पेश करने, फरार आरोपियों की पतासाजी करने और आदतन अपराधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए।

लापरवाही पर कार्रवाई:

मीटिंग में विभिन्न थाना प्रभारियों और विवेचकों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। इसमें लापरवाही पाए जाने पर कुल 13 अधिकारियों-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। एसपी ने कहा कि पुलिसिंग में पारदर्शिता और तत्परता बेहद जरूरी है, इसलिए लापरवाह अधिकारियों पर आगे भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।

अपराध नियंत्रण के मुख्य बिंदु:

• लंबित महिला संबंधी अपराधों का त्वरित निराकरण।

• वारंट, स्थायी वारंट और समंस की अद्यतन स्थिति की समीक्षा।

• नशे के कारोबार, चाकूबाजी, जुआ-सट्टा और आर्म्स एक्ट के मामलों पर विशेष निगरानी।

• निगरानी बदमाशों व गुण्डों की सूची को अपडेट कर जिला बदर की कार्रवाई।

• गौ-तस्करी, ढाबा-होटल संचालकों की जांच और अप्रवासी व्यक्तियों की चेकिंग पर फोकस।

त्योहारों पर सुरक्षा के विशेष निर्देश:

गणेश उत्सव और ईद मिलाद उन नबी को देखते हुए एसपी ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जुलूस मार्गों का पूर्व चिन्हांकन किया जाए और समय का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। गणेश विसर्जन के दौरान भीड़ नियंत्रण के लिए थाना-चौकी प्रभारी पूरी मुस्तैदी से ड्यूटी करें।

एसपी ने यह भी आदेश दिए कि गुण्डा और निगरानी बदमाशों के खिलाफ बाउंड ओवर की कार्रवाई अनिवार्य रूप से की जाए। उल्लंघन करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। उद्देश्य यह है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को पहले से ही रोका जा सके और जिले का माहौल शांतिपूर्ण बना रहे।

महिला सुरक्षा और नशा नियंत्रण पर जोर:

बैठक में महिला सुरक्षा और नशे के विरुद्ध अभियान को लेकर विशेष चर्चा हुई। एसपी ने अधिकारियों से कहा कि महिलाओं से जुड़े अपराधों को तुरंत संज्ञान में लें और पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाएं। साथ ही नशे के कारोबार और सेवन पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए। इस दौरान नशे में संलिप्त वाहनों की जब्ती और आबकारी एक्ट के तहत की गई कार्यवाहियों की भी समीक्षा की गई।

टीम वर्क पर जोर:

एसपी परिहार ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपराध नियंत्रण और जनसुरक्षा तभी संभव है जब टीम वर्क को प्राथमिकता दी जाए। हर थाना-चौकी प्रभारी अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे और जनता के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम करे।

बैठक में शामिल अधिकारी:

इस क्राइम मीटिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मणिशंकर चन्द्रा, एसडीओपी (SDOP) नगरी शैलेंद्र कुमार पांडेय, सीएसपी (CSP)अभिषेक चतुर्वेदी, डीएसपी(DSP)मीना साहू, डीएसपी (DSP) मोनिका मरावी, एसडीओपी (SDOP) कुरूद रागिनी मिश्रा, रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा समेत सभी थाना/चौकी प्रभारी, कंट्रोल रूम प्रभारी, अजाक प्रभारी, यातायात प्रभारी, महिला सेल प्रभारी, साइबर प्रभारी और विभिन्न शाखाओं के अधिकारी मौजूद रहे।

एसपी धमतरी का संदेश:

“लंबित मामलों का त्वरित निराकरण और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई ही जिले में अपराध नियंत्रण का सबसे बड़ा साधन है। आने वाले त्योहारों में जनशांति बनाए रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

Share this