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NV News:- भीषण गर्मी आने वाले एक दो दिन में पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है। मौजूदा स्थिति में 40 से 43 डिग्री सेल्सियस पारा चल रहा है। वहीं अभी से गर्मी ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है, इसकी वजह से लोगों की बेचैनी बढ़ गई है। इसी तरह सिम्स में भर्ती मरीजों को भी गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है, क्योंकि अभी तक वार्डों में कूलर लगाया नहीं जा सका है। अभी भी कूलर की मरम्मत कार्य चल रहा है। इधर वार्डों में मरीज गर्मी से हलकान हो रहे हैं।
सिम्स में 29 वार्डों का संचालन होता है। इसमें बर्न, हाईटेक मेडिसीन वार्ड के साथ आपातकालीन, मेंटल वार्ड को छोड़ दिया जाए तो अन्य वार्ड को ठंडा करने के लिए कूलर का ही उपयोग किया जाता है। इन वार्डों को ठंडा रखने के लिए कम से कम 120 बड़े कूलर की जरूरत पड़ती है। वहीं अब गर्मी अपना असर भी दिखाने लगा है। ऐसे में अब सिम्स में भर्ती मरीजों को भी गर्मी सताने लगी है, लेकिन बढ़ते गर्मी के बाद भी अभी तक वार्डों में क्षमता के अनुरूप कूलर नहीं लग पाए हैं। इधर सिम्स प्रबंधन का कहना है कि तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा कूलर कंडम हो चुके हैं। वहीं अन्य कूलरों की मरम्मत का काम चल रहा है। साफ है कि क्षमता के अनुरूप कूलर लगाने में 15 से 20 दिन तक का समय लग सकता है। यदि सुधार कार्य जल्दी नहीं किया गया और वार्डों में दो से तीन दिन के भीतर कूलर नहीं लगा तो भर्ती मरीज गर्मी से और भी बेहाल हो जाएंगे। मौजूदा स्थिति में भी भर्ती मरीजों को गर्मी से परेशान होना पड़ रहा है।
सिम्स के सभी वार्ड इतने बड़े है कि हर वार्ड को ठंडा रखने के लिए पांच से छह बड़े कूलर की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन मौजूदा स्थिति में हर वार्ड में महज एक से दो कूलर से ही काम चलाया जा रहा है जो पर्याप्त नहीं है। ऐसे में मरीज गर्मी का सामना करने के लिए मजबूर हैं।
खरीदे जाएंगे नए कूलर
सिम्स के अस्पताल अधीक्षक डा. सुजीत नायक का कहना है कि हर साल कुछ कूलर पूरी तरह से खराब हो जाते हैं। ऐसे में इनके जगह नये कूलर खरीदना पड़ता है। इस साल के लिए बदलने लायक कूलर का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके बाद कूलर खरीदकर तत्काल आवश्यकता के हिसाब से वार्डों में लगा दिया जाएगा।