रायपुर- शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती का बड़ा बयान-योगी आदित्यनाथ ने गौ हत्या का किया समर्थन …NV न्यूज़

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NV NEWS-शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती राष्ट्र उत्कर्ष अभियान यात्रा पर हैं। वह लगातार देश के अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं। और शहरों में आम लोगों से धर्म के मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को शंकराचार्य रायपुर पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि सभी के पूर्वज हिंदू थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि उन्होंने गौ हत्या का समर्थन किया है।

शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि उन्होंने गौ हत्या का समर्थन किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अवैध बूचड़खाने बंद हो। और वैध बूचड़खाने बने रहें। उन्होंने यह नहीं कहा कि वैध और अवैध दोनों बंद हो। ऐसे में गौ हत्या का समर्थन तो उन्होंने कर ही दिया। शंकराचार्य ने कहा कि देश के लिए वही नेता अच्छे हैं जो हिंदुत्व का समर्थन करते हो, धर्मांतरण का पूरी तरह से विरोध करते हो, गौ हत्या का बिल्कुल भी समर्थन न करें।

 

धर्मांतरण के जिम्मेदार नेता अफसर…

धर्मांतरण के बढ़ते मामलों पर शंकराचार्य ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति ,राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कलेक्टर कमिश्नर जैसे लोगों की जानकारी में ही धर्मांतरण होता है। इसके लिए उन्हें जिम्मेदार माना जाना चाहिए। अगर भारत में हिंदुओं को धर्म से विमुख किया जाता है तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।

ईसा मसीह को बताया वैष्णव

दैनिक भास्कर ने शंकराचार्य से जब पूछा कि हिंदू राष्ट्र में मुस्लिमों और ईसाइयों का स्थान होगा या नहीं या उनकी भूमिका क्या होगी तो इसके जवाब में शंकराचार्य ने कहा कि सभी के पूर्वज हिंदू थे। ईसा मसीह को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि रोम में उनकी तिलक वाली प्रतिमा स्थापित है, जिसे ढक कर रखा गया है। ईसा मसीह वैष्णव थे ईसा मसीह को मानने वाले समस्त लोगों को वैष्णव बन जाना चाहिए। जब ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया तो वह इलाज के लिए जम्मू कश्मीर आए थे जम्मू कश्मीर में ही उनकी समाधि है।

घर-घर में हो रामचरितमानस का पाठ

रामचरितमानस के श्लोक को लेकर राजनेताओं द्वारा दिए जाने वाले बयानों का शंकराचार्य ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि जो नेता रामचरित मानस पर बोल रहे हैं वह रामचरितमानस को नहीं जानते। स्कूलों में रामचरितमानस को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने के मसले पर शंकराचार्य ने कहा कि एक सरकार यदि ऐसा कर भी दे तो दूसरी सरकार नीतियों को बदल देती है, इससे अच्छा यह होगा कि घर-घर रामचरितमानस जैसे धार्मिक आध्यात्मिक ज्ञान का पठन होना चाहिए यह जिम्मेदारी हर मां-बाप की है।

चमत्कार भटकाए न तो सही है…

देश में इन दिनों बागेश्वर धाम के गुरु धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जैसे लोग मन की बात बताने का दावा करने की वजह से लोगों के बीच प्रचलित हो रहे हैं। इस पर शंकराचार्य ने कहा कि कोई चमत्कार यदि लोगों को सनातन से जोड़ता है उन्हें भटकाता नहीं है बल्कि भगवान के साथ जोड़ने का काम करता है तो यह अच्छा है । यह तो मनोवैज्ञानिक पद्धति भी है जो लोगों में आस्था विकसित करती है। यदि यह भटकाने का काम करे तो इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

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