Raipur traffic rules:184 HSRP कैमरे,ट्रैफिक और अपराध पर पैनी नजर…NV News 

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Raipur traffic rules: राजधानी रायपुर अब स्मार्ट निगरानी व्यवस्था की ओर कदम बढ़ा चुका है। पुलिस प्रशासन ने शहर को सुरक्षित बनाने और यातायात व्यवस्था को अनुशासित करने के लिए नई हाई-टेक तकनीक लागू करने की तैयारी पूरी कर ली है। इसके तहत आउटर रिंग रोड और शहर के प्रवेश द्वारों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) पहचानने वाले 184 अत्याधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे।

सीधे नियंत्रण कक्ष से जुड़ी निगरानी:

ये सभी कैमरे शहर के 34 अहम स्थानों पर लगाए जाएंगे और सीधे पुलिस नियंत्रण कक्ष से कनेक्ट रहेंगे। इसका फायदा यह होगा कि किसी भी संदिग्ध वाहन, चोरी की गाड़ी या फरार आरोपी की जानकारी तत्काल पुलिस तक पहुंच जाएगी। बिना अनुमति के चल रही गाड़ियों पर भी तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।

टाटीबंध चौक बनेगा सबसे सुरक्षित:

पूरे प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा कैमरे टाटीबंध चौक पर लगाए जाएंगे। यहां कुल 16 कैमरे एक साथ सक्रिय रहेंगे, जिससे हर वाहन की पल-पल की गतिविधि रिकॉर्ड होगी। बड़े चौराहों और पुलों पर छह से आठ कैमरे और छोटे स्थानों पर दो से चार कैमरे पर्याप्त माने गए हैं। हर कैमरे में जीपीएस की सुविधा होगी, जिससे वाहन की लोकेशन सटीक रूप से नियंत्रण कक्ष तक पहुंच जाएगी।

यातायात नियम तोड़ने वालों पर लगेगी लगाम:

इस हाई-टेक सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यातायात व्यवस्था में दिखाई देगा। तेज रफ्तार, लालबत्ती पार करना या किसी भी तरह का नियम उल्लंघन अब कैमरों में स्वतः रिकॉर्ड हो जाएगा। पुलिस मौके पर ही कार्रवाई करने में सक्षम होगी। इससे सड़क हादसों पर भी रोक लगाने में मदद मिलेगी।

अपराध नियंत्रण में बड़ा बदलाव:

कैमरे न केवल ट्रैफिक सुधारने में मदद करेंगे, बल्कि अपराध रोकने में भी पुलिस की बड़ी ताकत साबित होंगे। चोरी की गाड़ियां, अपराधियों की गाड़ियां या फरार आरोपियों की पहचान अब आसानी से हो सकेगी। इस व्यवस्था को भविष्य में अपराध एवं अपराधी निगरानी प्रणाली (CCTNS) से भी जोड़ा जाएगा। ऐसा होने पर पड़ोसी राज्यों से आने-जाने वाले अपराधियों को पकड़ना और आसान हो जाएगा।

तकनीक से बढ़ेगी पारदर्शिता:

निगरानी कैमरे होने से यातायात पुलिस का काम भी और पारदर्शी हो जाएगा। चालान और कार्रवाई कैमरों के सबूतों पर आधारित होगी, जिससे किसी तरह की बहस या विवाद की गुंजाइश नहीं रहेगी।

पुलिस प्रशासन की तैयारी:

डीएसपी (यातायात) गुरजीत सिंह ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का मकसद सिर्फ नियम उल्लंघन पर लगाम लगाना नहीं है, बल्कि रायपुर को एक सुरक्षित और अनुशासित यातायात वाला शहर बनाना है। नई तकनीक से सड़क हादसों में कमी आएगी और अपराध नियंत्रण में भी बड़ी मदद मिलेगी।

रायपुर की ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगा नया चेहरा:

अब तक रायपुर में ट्रैफिक व्यवस्था और अपराध रोकथाम के लिए केवल सीसीटीवी कैमरों पर निर्भरता थी। लेकिन अब HSRP स्कैनिंग कैमरे लगने के बाद पुलिस के पास रियल-टाइम डेटा रहेगा। किसी भी वाहन की पहचान तुरंत संभव होगी।

आम जनता को क्या मिलेगा फायदा:

• ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था में कमी

• सड़क हादसों में कमी

• अपराधियों पर पैनी नजर

• नियम तोड़ने वालों पर तुरंत कार्रवाई

• शहर में सुरक्षित माहौल

रायपुर में 184 HSRP स्कैनिंग कैमरों की स्थापना न केवल यातायात व्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि अपराध नियंत्रण में भी नई क्रांति लाएगी। शहर के प्रवेश द्वारों से लेकर प्रमुख चौराहों तक हर वाहन की निगरानी होगी। यह पहल रायपुर को स्मार्ट और सुरक्षित शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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