“Raipur health alert”:तेजी से फैल रहा वायरल बुखार, जानें कैसे बचें…NV News

Share this
Raipur(CG): राजधानी में मौसम बदलते ही वायरल बुखार(virus fever) के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। पिछले एक सप्ताह में सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी, खांसी और तेज बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति सामान्य वायरल से आगे बढ़कर गंभीर बीमारियों का रूप भी ले सकती है, इसलिए शुरुआती लक्षण दिखते ही इलाज कराना बेहद जरूरी है।
बारिश और नमी से बढ़ा संक्रमण(Increased infection in rain) का खतरा:
डॉक्टरों के अनुसार, इस समय रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में बारिश और मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। बारिश के बाद वातावरण में बढ़ी नमी और तापमान में उतार-चढ़ाव से संक्रमण फैलने की संभावना कई गुना बढ़ गई है। इस कारण से खासतौर पर बच्चे, बुजुर्ग और पहले से बीमार लोग आसानी से वायरल इंफेक्शन( virus infection) की चपेट में आ रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ. मिथिलेश चौधरी का कहना है:
“बुखार(fever) को नजरअंदाज करना खतरनाक (Dangerous) हो सकता है। शुरुआती चरण में इलाज शुरू कर दिया जाए तो मरीज(pesaint)जल्द स्वस्थ (health)हो सकता है। देरी होने पर डेंगू, मलेरिया ,टाइफाइड (Dengu Malaria Typhoid Threat virus dangerous)जैसे रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।“
रायपुर अस्पतालों में बढ़ी भीड़(Raipur hospital crowd):
शहर के डॉ.आंबेडकर अस्पताल में सामान्य दिनों में 300 के करीब मरीज वायरस के लक्षण लेकर आते हैं, लेकिन पिछले हफ्ते यह संख्या 400-500 तक पहुंच गई।
• जिला अस्पताल में पहले से 100-150 मरीज आते थे, अब 200 से ज्यादा लोग सर्दी, खांसी और बुखार(Cold,Cough & Fever) की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।
• हमर अस्पताल और हमर क्लीनिक,यहां भी मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
सबसे आम लक्षण:
वायरल बुखार के मरीज आमतौर पर इन समस्याओं के साथ हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं-
• तेज बुखार (High fever)
• सिरदर्द (Headache)
• गले में खराश (Sore throat)
• बदन दर्द (Body ache)
• खांसी और जुकाम (Cough and cold)
लेकिन डॉक्टर चेतावनी दे रहे हैं कि अगर कुछ विशेष लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
• लगातार तेज बुखार (Persistent high fever)
• शरीर या आंखों में दर्द (Body or eye pain)
• सांस लेने में कठिनाई (Difficulty breathing)
• त्वचा पर लाल चकत्ते या दाने (Skin rash or rash)
• उल्टी या दस्त (Vomiting or diarrhea)
ये लक्षण सामान्य वायरल से आगे बढ़कर गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं।
बचाव के आसान उपाय:
विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय थोड़ी सी सावधानी बरतने से वायरल बुखार से बचा जा सकता है-
1.साफ पानी पिएं – उबालकर या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं।
2.बार-बार हाथ धोएं- संक्रमण फैलने से रोकने के लिए साबुन या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
3.भीगने से बचें- बारिश में भीगने पर तुरंत कपड़े बदलें और खुद को सुखाएं।
4.संतुलित आहार लें- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए ताजे फल और हरी सब्जियां खाएं।
5.बासी या बाहर का खुला खाना न खाएं – इससे पेट के संक्रमण और कमजोरी की संभाबनाए बढ़ जाती है।
6.भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें-खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जरूरी है।
लोगों की लापरवाही बन रही खतरे की वजह:
अस्पतालों में देखने को मिल रहा है कि कई मरीज लंबे समय तक बुखार सहते रहते हैं और तब ही डॉक्टर के पास जाते हैं जब हालत बिगड़ जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि वायरल बुखार(virus fever) के शुरुआती दौर में इलाज आसान और सस्ता होता है, लेकिन देरी होने पर मरीज को लंबा और महंगा इलाज करवाना पड़ता है।
स्कूलों और ऑफिसों में फैल रहा संक्रमण(school & offices virus):
चिकित्सकों ने बताया कि स्कूल, कॉलेज और ऑफिस (school, college & office)जैसे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर एक व्यक्ति के बीमार होने पर संक्रमण बहुत तेजी से फैल सकता है। ऐसे में जिन लोगों को बुखार, खांसी या जुकाम है( Fever,Cold & Cough), उन्हें आराम (Relax)करने और दूसरों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
रायपुर शहर में इस समय वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है और मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इस मौसम में सतर्क रहना, साफ-सफाई का ध्यान रखना और शुरुआती लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करना ही संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। थोड़ी सी सावधानी आपकी और आपके परिवार की सेहत बचा सकती है।