“Raipur Drugs Racket”: क्लब-पब नेटवर्क बेनकाब, विधायक का बेटा जांच में…NV News

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छत्तीसगढ/(Raipur Drugs Racket): राजधानी रायपुर में हिलाने वाला ड्रग्स नेटवर्क का मामला सामने आया है। जहां ड्रग्स नेटवर्क में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।पुलिस ने शनिवार को ड्रग्स सप्लाई रैकेट से जुड़ी मुख्य आरोपी नव्या मलिक और विधि अग्रवाल समेत पांच आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी को 15 सितंबर तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। पूछताछ में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। नव्या और विधि के पास से मिले डेटा में करीब 300 क्लब और पब में आने-जाने वाले युवक-युवतियों के नाम सामने आए हैं, जिन्हें नियमित तौर पर ड्रग्स सप्लाई की जाती थी।
दोनों आरोपियों के बीच आमने-सामने पूछताछ:
पुलिस ने शुक्रवार को नव्या और विधि को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की। शुरू में दोनों एक-दूसरे पर आरोप लगाती रहीं, लेकिन लंबे समय तक चली पूछताछ में उन्होंने ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क से जुड़े होने का अपराध कबूल कर लिया। पुलिस अब इनके कस्टमर और सप्लायर नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में लगी है।
अयान परवेज की अवैध संपत्ति पर जांच:
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि नव्या का ब्वॉयफ्रेंड अयान परवेज इस पूरे ड्रग्स रैकेट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। पुलिस के अनुसार, अयान ने ड्रग्स की कमाई और ब्लैकमेलिंग से मिले पैसों से मैग्नेटो मॉल के पास 2,000 स्क्वायर फीट जमीन खरीदी। इस पर उसने तीन मंजिला आलीशान मकान बनाया, जिसकी कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। पुलिस अब उसकी पूरी संपत्ति की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी है कि इसमें किस-किस का पैसा लगा हुआ है।
विधि की ड्रग नेटवर्क से जुड़ने की कहानी:
विधि अग्रवाल मूल रूप से ओडिशा के संबलपुर की रहने वाली है। उसका परिवार सात-आठ साल पहले रायगढ़ शिफ्ट हुआ। कोलकाता में इवेंट मैनेजमेंट की पढ़ाई के दौरान उसका संपर्क गोवा और बेंगलुरु के इवेंट आयोजनों में शामिल ड्रग तस्करों से हुआ। धीरे-धीरे वह इस धंधे में गहराई से जुड़ती चली गई।पिछले तीन साल से वह रायपुर में रह रही थी और यहां पाकिस्तान ड्रग्स नेटवर्क से जुड़े जुनैद उर्फ शेख चिल्ला के साथ मिलकर काम कर रही थी। चिल्ला का शहर के क्लब और पब में बाउंसरों से गहरा संपर्क था, जिससे ड्रग्स सप्लाई आसान हो जाती थी। फिलहाल पुलिस ने बाउंसरों से पूछताछ नहीं की है, लेकिन वे भी जांच के घेरे में हैं।
क्लब-पब और होटल मैनेजरों के नंबर बरामद:
पुलिस को विधि और नव्या के मोबाइल से वीआईपी (VIP) रोड स्थित कई बड़े क्लब संचालकों और होटल मैनेजरों के संपर्क नंबर मिले हैं। इस नेटवर्क का इस्तेमाल नए ग्राहकों को फंसाने और ड्रग्स की लत लगाने के लिए किया जाता था।
• विधि का काम नए ग्राहक खोजना था।
• नव्या ड्रग्स सप्लाई मैनेज करती थी।
• क्लब आयोजनों और आफ्टर पार्टियों के जरिए युवाओं को ड्रग्स की दुनिया में खींचा जाता था।
दिल्ली के बड़े सप्लायर से कनेक्शन:
पुलिस जांच में सामने आया है कि नव्या और विधि दिल्ली के एक बड़े ड्रग डीलर से जुड़े हुए थे। यह डीलर उन्हें माल सप्लाई करता था। इसके बाद दोनों युवतियां रायपुर और आसपास के शहरों में ड्रग्स खपाने का जिम्मा खुद संभालती थीं। सूत्रों के मुताबिक, अयान परवेज ही इन दोनों को बाहर से ड्रग्स मंगवाने और स्थानीय स्तर पर नेटवर्क बढ़ाने के लिए निर्देश देता था।
विधायक के बेटे का नाम आया सामने:
नव्या मलिक के बैंक खाते की जांच में पुलिस को भारी-भरकम लेन-देन का पता चला। इसी दौरान एक विधायक के बेटे द्वारा 18 लाख रुपये ट्रांसफर करने का मामला सामने आया। यह लेन-देन 2023-24 के दौरान हुआ था। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह रकम किस उद्देश्य से दी गई थी। इस मामले पर पुलिस ने आधिकारिक बयान देने से इनकार किया है।
बड़ा नेटवर्क, कई बड़े नाम जांच के दायरे में:
• इस ड्रग्स केस ने शहर में हड़कंप मचा दिया है।
• पुलिस अब क्लब और पब संचालकों से पूछताछ की तैयारी कर रही है।
• कई बड़े नाम सामने आने की संभावना है।
• जांच में यह भी सामने आया कि करीब 300 युवक-युवतियां नियमित ग्राहक थे।
पुलिस की अगली रणनीति में शामिल है:
1.ड्रग्स सप्लाई चेन से जुड़े हर व्यक्ति की पहचान करना।
2.अयान परवेज और दिल्ली के ड्रग्स डीलर को पकड़ना।
3.क्लब और पब के मैनेजर व बाउंसरों से पूछताछ।
4.बैंक खातों और संदिग्ध संपत्तियों की जांच।
रायपुर ड्रग्स केस अब सिर्फ स्थानीय घटना नहीं रह गया है। यह राष्ट्रीय स्तर के ड्रग नेटवर्क से जुड़ा मामला बनता जा रहा है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15 सितंबर तक जेल भेजा, जबकि पुलिस इस दौरान उनके नेटवर्क की गहराई से जांच करेगी। आने वाले दिनों में इस केस में राजनीति और बड़े कारोबारी घरानों के नाम भी सामने आने की संभावना है, जिससे हलचल और बढ़ सकती है।