Railway’s Contract Worker Death: रेलवे की लापरवाही ने ली ठेका कर्मचारी की जान, हाई वोल्टेज लाइन में झुलसने से दर्दनाक मौत- NV News

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N.V.News बिलासपुर: बिलासपुर जोन मुख्यालय (Bilaspur ZoneHeadquarters) में घोर लापरवाही और सुरक्षा मानकों (Safety Standards) की अनदेखी ने एक निर्दोष जान ले ली। ठेका पर कार्यरत 32 वर्षीय प्रकाश बर्मन की दर्दनाक मौत हो गई, जो पिछले छह दिनों से बिलासपुर (Bilaspur)के अपोलो अस्पताल(Apollo Hospital) में जीवन-मृत्यु से संघर्ष कर रहा था। प्रकाश 90% तक झुलस गया था जब उसे 25,000 वोल्ट(25000 volt) की हाईटेंशन बिजली (Hightension Electricity) लाइन के नीचे काम करने के लिए चढ़ा दिया गया। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि न तो बिजली की सप्लाई बंद की गई और न ही उसे किसी प्रकार का सुरक्षा किट मुहैया कराया गया।
Railway’s Contract Worker Death
घटना तब घटी जब रेलवे की एक एसी बोगी में लीक की समस्या को सुधारने के लिए प्रकाश को चढ़ाया गया। रेलवे का स्थायी कर्मचारी जिम्मेदार था, जिसने बिना विद्युत कनेक्शन बंद किए और बिना सेफ्टी इंतजाम के ठेका कर्मचारी को जोखिम भरे कार्य में लगा दिया। बोगी के ऊपर काम करते समय प्रकाश हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आ गया और बुरी तरह से झुलस गया। तत्काल इलाज के लिए उसे अपोलो अस्पताल ले जाया गया, लेकिन आखिरकार छह दिन की लंबी लड़ाई के बाद उसकी मौत हो गई।
यह भी सामने आया है कि ठेका कंपनी ने अपने कर्मचारियों को सेफ्टी किट या जरूरी प्रशिक्षण नहीं दिया था। ऐसे खतरनाक कार्य के लिए सुरक्षा की अनदेखी सीधे तौर पर मानव जीवन के साथ खिलवाड़ है। रेलवे प्रशासन और ठेकेदार दोनों इस गंभीर लापरवाही की जिम्मेदारी लेने से बच रहे हैं और मामले को दबाने की कोशिशें की जा रही हैं।
प्रकाश बर्मन के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। वे न्याय की मांग कर रहे हैं और रेलवे व ठेकेदार पर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। यह मामला न केवल एक व्यक्ति की जान जाने का है, बल्कि पूरे रेलवे सिस्टम में व्याप्त लापरवाही और असंवेदनशीलता को उजागर करता है।
अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस घटना को गंभीरता से लेता है या फिर एक और मजदूर की मौत आंकड़ों में गुम होकर रह जाएगी।