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N.V.News नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि वे किसी अन्य देश में ऐसे बयान देते, तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता और उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाता। राहुल गांधी का यह बयान मोहन भागवत के हालिया बयान पर था, जिसमें उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को लेकर अपने विचार व्यक्त किए थे। भागवत ने कहा था कि अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष का स्वतंत्रता संग्राम में कोई विशेष महत्व नहीं था और उन्होंने इसे केवल एक “सामान्य” घटना के रूप में चित्रित किया। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन भारत को सच्ची आजादी मिली थी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है।
राहुल गांधी ने इस बयान की आलोचना करते हुए कहा कि भागवत का बयान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अपमान करता है और यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष की गरिमा को घटित करता है। उन्होंने कहा, “अगर मोहन भागवत इस तरह का बयान किसी और देश में देते तो उन्हें सजा मिलती, लेकिन हमारे देश में उन्हें बिना किसी रोक-टोक के ऐसे बयान देने की आज़ादी है।”
कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि भागवत द्वारा दिए गए इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि संघ प्रमुख का स्वतंत्रता संग्राम और भारतीय इतिहास के प्रति न तो सम्मान है और न ही समझ। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान केवल समाज में भ्रम फैलाने का काम करते हैं और हमारे राष्ट्रीय धरोहरों और स्वतंत्रता संग्राम के महत्व को घटित करते हैं।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मोहन भागवत को इस तरह के बयान देने से पहले भारतीय इतिहास का गहराई से अध्ययन करना चाहिए, क्योंकि यह राष्ट्र के लिए और देशवासियों के लिए एक संवेदनशील विषय है। उनका कहना था कि इस तरह के बयान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कई विभाजनकारी ताकतें, जिनका आज़ादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं था, उन्होंने बाद में संविधान, तिरंगा, अशोक चक्र से लेकर समाज की प्रगति के लिए बन रहे कायदे-कानूनों तक का विरोध किया। RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- जब राम मंदिर बना, तब देश को आजादी मिली। वहीं नरेंद्र मोदी को लगता है कि जब 2014 में वे प्रधानमंत्री बने, तब देश को आजादी मिली। यह शर्म की बात है। RSS-BJP के लोगों को आजादी का दिन इसलिए याद नहीं, क्योंकि उन लोगों ने देश की आजादी में कोई योगदान नहीं दिया। कांग्रेस को आजादी इसलिए याद है, क्योंकि हमारे लोगों ने आजादी के लिए अपनी जान दी, ठोकरें खाईं और घर छोड़े। इसलिए मैं मोहन भागवत जी के बयान की निंदा करता हूँ।