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N.V. न्यूज़ : नगर पंचायत तखतपुर के अंतर्गत ग्राम बेलसरी में परम कल्याण प्रद पितृपक्ष में अपने समस्त पितरों की कल्याण की कामना से पांडे परिवार के द्वारा मोक्ष प्रदायिनी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हो रहा है कथा प्रवचन के कथा व्यास पुरी पीठाधीश्वर श्रीमद जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज के कृपा पात्र शिष्य आचार्य प्रवर राम प्रताप शास्त्री कोविद जी हैं कथा प्रवचन माला के द्वितीय दिवसीय आख्यान में शास्त्री जी ने कहां की जीव जब अपने जीवन के क्षण क्षण को सुधारते हुए ईश्वर का स्मरण करता है अंतिम क्षणों में उस जीव की मृत्यु भी मंगलमय हो जाती है और उसको महाप्रयाण पद की प्राप्ति सुलभ होती है कपिल गीता पर शास्त्री जी ने कहा कि जीवन में बंधन और मुक्ति का मूल मन
है मन का संसार में बंद जाना ही बंधन है और संसार में रहते हुए मुक्त रहना ही मुक्ति है शिव सती चरित्र पर उन्होंने कहा कि भावी वसात् भगवान की कथा सुनकर के भी मां सती उनके चरित्र से निष्ठा नहीं रख पाई जिससे उनके हृदय में संशय प्रकट हो गया और उन्होंने भगवान की परीक्षा लेनी चाही और भगवान ने उन्हें अपनी भगवत्ता का दर्शन कराया इस कथा से बोध होता है जीवन में भगवान परीक्षा और तर्क के विषय नहीं अपितु श्रद्धा के विषय हैं
भक्तराज ध्रुव के विषय में प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जब माता सुनीति होती है तभी हम ध्रुव बन कर भगवान की कृपा को सुलभ कर सकते हैं आज भी माताओं को सुनीति बनने की आवश्यकता है जिससे लोक और समाज में अनंत काल तक श्रद्धा और आस्था के पात्र हमारे संतान भी बन सके कथा में भारी संख्या में भक्त वृंद कथा का परम लाभ उपस्थित होकर प्राप्त कर रहे है
उमेश पांडेय, महेश पांडेय के यहाँ कथा का आयोजन हो रहा है मुख्य रूप से श्रोता गण संतोष पांडे, संतोष दुबे, अंबिका शर्मा शुभम शर्मा मनु एवं आसपास के ग्रामीण एवं ग्रामवासी भारी संख्या में उपस्थित रहे