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NV News:- 12 वर्षों से कला संकाय विभाग द्वारा भर्ती नहीं निकालने से डीएड बीएड और डीएड कर चुके प्रदेश के हजारों बेरोजगार अभ्यार्थि धरना पर बैठे हैं। साढ़े 3 वर्षों में 50,000 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती के लिए वैकेंसी निकालने का वादा प्रदेश सरकार द्वारा किया गया था। इन साढ़े 3 वर्षों में केवल 14 हजार 5 सौ पोस्ट पर भर्ती किया गया। इनमें कला संकाय के लिए एक भी पोस्ट नहीं निकाला गया। जिसके विरोध में छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित B.Ed, D.Ed संघ (कला संकाय) के विद्यार्थियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ प्रशिक्षित डीएड बीएड संघ द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन 6 अप्रेल को किया जा चुका है। संघ द्वारा सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर हमारी मांग को पूरा नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे। मांग पूरी नहीं होने पर एक बार फिर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर पिछले 8 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं
संघ का आरोप है कि सरकार हम लोगों से छलावा कर रही है। एक तरफ बोलते हैं कि विभाग में शिक्षकों के लिए रिक्त पद खाली नहीं है। लेकिन आरटीआई डालने पर जो जानकारी दी जाती है उनमें उनकी झूठ की पोल खोल रही है। प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दिया गया कि छत्तीसगढ़ में 50,000 से ज्यादा शिक्षकों की रिक्त पद खाली है।
संघ के अध्यक्ष चंद्राकर ने बताया कि प्रदेश में 50,000 से ज्यादा शिक्षकों की रिक्त पोस्ट खाली है जिनमें से केवल 14500 शिक्षकों की भर्ती किया गया। भर्तियों में सिर्फ विज्ञान संकाय और वाणिज्य संकाय के अभ्यार्थि है, कला संकाय के लिए एक भी पोस्ट नहीं निकाला गया। सरकार की कला संकाय के विद्यार्थियों के प्रति सौतेला व्यवहार क्यों? बीएड, डीएड और TET करने के बाद भी अपने हकों के लिए जूझना पड़ रहा है। अभी भी 36000 से ज्यादा रिक्त पद खाली है। हमारा सरकार से एक ही मांग है कि कला संकाय के लिए रिक्त पदों पर भर्ती निकाला जाए।
12 वर्षों से एक भी पोस्ट नहीं आया है इतने सारे कोर्स करने के बाद भी अगर सरकार के पास कला संकायके लिए वैकेंसी नहीं है तो इसकी पढ़ाई क्यों हो रही है सरकार को कोर्स तत्काल बंद कर देनी चाहिए।