NHM Movemen: एनएचएम कर्मियों का चटपटा प्रदर्शन…NV News 

Share this

धमतरी/(NHM Movement): राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मियों का गांधी मैदान में चल रहा धरना प्रदर्शन सोमवार को और भी अलग अंदाज में नजर आया। नियमितीकरण सहित अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 22 दिनों से आंदोलनरत कर्मियों ने इस बार विरोध जताने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने खुद को बेरोजगार बताते हुए चाट, गुपचुप और भेल का स्टाल लगाकर जनता का ध्यान अपनी ओर खींचा।

 

दरअसल,एनएचएम कर्मियों का कहना है कि वर्षों से स्वास्थ्य सेवाओं में अपनी मेहनत और सेवा देने के बावजूद उन्हें स्थायी नियुक्ति नहीं दी गई है। इसके कारण उनकी नौकरी असुरक्षित है और परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “अगर सरकार हमें नियमित नहीं करती तो आने वाले समय में हमें पेट पालने के लिए सड़क किनारे चाट बेचनी पड़ेगी। आज का यह प्रदर्शन उसी दर्द को दिखाने के लिए है।”

धरना स्थल पर लगे स्टाल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। कई लोग चाट और गुपचुप खरीदते हुए कर्मियों के साथ सेल्फी लेते नजर आए। कर्मियों ने ग्राहकों को चाट परोसते हुए उनसे आंदोलन में सहयोग की अपील भी की। उनका कहना था कि यह केवल उनकी नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य तंत्र की लड़ाई है।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने कई बार आश्वासन दिए, लेकिन आज तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया। उनका कहना है कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे।

धरना स्थल पर मौजूद नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी एनएचएम कर्मियों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले इन कर्मियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एनएचएम कर्मियों की मुख्य मांगों में नियमितीकरण, वेतनमान में सुधार, सेवा शर्तों में बदलाव और कामकाज की सुरक्षा शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने 10 दिनों के भीतर उनकी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं की, तो वे राजधानी में विशाल रैली निकालेंगे और स्वास्थ्य सेवाओं को ठप कर देंगे।

इस तरह, सोमवार को गांधी मैदान में लगे चाट और गुपचुप के स्टाल ने आंदोलन को एक नया रूप दे दिया। इस अनोखे प्रदर्शन ने न केवल शहरवासियों का ध्यान खींचा, बल्कि सरकार को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर स्वास्थ्य कर्मियों की उपेक्षा कब तक जारी रहेगी।

Share this