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NV NEWS-New Year New Rule 2023 – नए साल यानी 1 जनवरी 2023 से आपके जीवन में कई बड़े बदलाव होने वाले हैं और इन बदलावों के बारे में जानना जरूरी है। इन बदलावों का असर सीधे आपकी जेब पर भी पड़ सकता है। क्रेडिट कार्ड, बैंक लाकर, जीएसटी ई-इनवाइसिंग, रसोई गैस, आटोमोबाइल आदि क्षेत्रों में ये बदलाव होने वाले हैं। सबसे बड़े बदलाव के रूप में आपको 31 दिसंबर तक बैंक से लाकर का नया एग्रीमेंट करना होगा। इसके साथ ही सस्ती कार खरीदने के लिए भी आपके पास तीन दिन का समय है।
1. लाकर में रखे सामान को नुकसान पहुंचा तो बैंक होगा जिम्मेदार
आरपीआइ को ओर से बैंक लाकर संबंधी नए नियम जारी किए गए हैं। इसके अनुसार बैंक अब ग्राहकों से मनमानी नहीं कर पाएंगे। नए नियम के मुताबिक बैंक लाकर में रखे सामान को कोई भी नुकसान पहुंचता है तो इसके लिए बैंक की जवाबदेही तय होगी। बैंक इसके लिए ग्राहकों के साथ एग्रीमेंट भी कर रहे हैं। 31 दिसंबर, 2022 तक बैंक व ग्राहकों के बीच नया एग्रीमेंट होना है।
2. क्रेडिट कार्ड में यह हो रहा बदलाव
एक जनवरी से क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने वालों के लिए नए नियम लागू हो रहे हैं। इसके अनुसार क्रेडिट कार्ड के जरिए भुगतान करने पर मिलने वाले रिवार्ड पाइंट में बदलाव होगा, इसलिए क्रेडिट कार्ड में बचे रिवार्ड पाइंट का उपयोग 31 दिसंबर से पहले ही कर लें।
3. पेट्रोल-डीजल व रसोई गैस के दाम में होगा बदलाव
बताया जा रहा है कि 31 दिसंबर को तेल कंपनियों द्वारा पेट्रोल डीजल की कीमतों का मूल्यांकन किया जाएगा। एक जनवरी से नई कीमतें लागू होगी। इसके साथ ही रसोई गैस व व्यावसायिक गैस की कीमतों में भी बदलाव होगा।
4.वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत
अगर आप कार खरीदने की सोच रहे हैं तो सस्ती कार खरीदने के लिए आपके पास तीन दिनों का ही वक्त है। एक जनवरी से कार कंपनियों द्वारा कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत दिए गए हैं। इसके साथ ही दोपहिया के भी दाम बढ़ सकते हैं।
5. जीएसटी के ई-इनवाइसिंग के नियम में बदलाव
एक जनवरी से जीएसटी के ई-इनवाइसिंग के नियमों में बदलाव हो रहा है। इसके तहत जीएसटी की ई-इनवाइसिंग के लिए जरूरी सीमा को 20 करोड़ से घटाकर पांच करोड़ रुपये किया गया है।
6. सीमेंट के दाम 20 रुपये बढ़ने की संभावना
सीमेंट कंपनियों द्वारा एक जनवरी से सीमेंट की कीमतों में 20 रुपये प्रति बैग तक बढ़ाने की तैयारी है। कंपनियों ने डीलरों को इसके निर्देश भी दिए हैं। इसके साथ ही कुछ बिल्डर्स कंपनियों द्वारा भी प्रोजेक्ट के दाम में बढ़ोतरी की जाएगी।