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NV news रायपुरः कोरोना की तीसरी लहर में कोरोना संक्रमितों की मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। डेथ ऑडिट कमेटी की जांच में सामने आया है कि इस लहर में जितने लोगों की मौत हुई उसमें से लगभग 85 प्रतिशत ने कोरोना की वैक्सीन ही नहीं लगवाई थी। इस कारण से संक्रमित होने के बाद उनकी स्थिति बिगड़ी और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। राज्य में 115 मौत को लेकर कमेटी ने ऑडिट की है।
डेथ ऑडिट कमेटी के अध्यक्ष डा. निर्मल वर्मा बता रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर में वैक्सीनेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार पिछले एक साल से वैक्सीनेशन अभियान चला रही है। जिसमें 70 प्रतिशत लोगों ने दोनों डोज लगवा ली है। वे पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन मुफ्त योजना के बाद भी कई लोग लापरवाही कर रहे हैं। यही लापरवाही उनपर भारी पड़ रही है।
डेथ ऑडिट कमेटी के अध्यक्ष डा. निर्मल वर्मा बता रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर में वैक्सीनेशन की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार पिछले एक साल से वैक्सीनेशन अभियान चला रही है। जिसमें 70 प्रतिशत लोगों ने दोनों डोज लगवा ली है। वे पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन मुफ्त योजना के बाद भी कई लोग लापरवाही कर रहे हैं। यही लापरवाही उनपर भारी पड़ रही है।
उन्होने ने बताया कि कुल हुई मौत में 85 प्रतिशत ने या तो वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली है या केवल एक ही डोज लगवाई। इसके अलावा इस लहर में किडनी के मरीज, ब्लड प्रेशन और शुगर के मरीज भी प्रभावित हो रहे हैं।