NCRB Report: पूरे देश में बुजुर्गों की हत्या में छत्तीसगढ़ टॉप पर…NV News

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रायपुर/(NCRB Report): नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की ताज़ा रिपोर्ट ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। साल 2023 में देशभर में बुजुर्गों की हत्या के मामलों में छत्तीसगढ़ सबसे आगे निकला है। प्रदेश में पिछले साल 72 मामलों में 73 वरिष्ठ नागरिकों की जान चली गई। यानी औसतन हर महीने छह बुजुर्गों की हत्या हुई।
हत्या के मामलों में शीर्ष पर छत्तीसगढ़:
एनसीआरबी की रिपोर्ट बताती है कि 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले बुजुर्गों के खिलाफ अपराध की दर के मामले में छत्तीसगढ़ चौथे स्थान पर है। यहाँ अपराध दर 89.7 दर्ज की गई। इससे ऊपर दिल्ली (118.6), आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्य हैं। लेकिन हत्या की दर में छत्तीसगढ़ 3.6 के औसत के साथ देश में सबसे ऊपर है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (3.1), मध्यप्रदेश और तमिलनाडु (2.7) रहे। जबकि राष्ट्रीय औसत केवल 1.2 है।
लगातार बढ़ रहे अपराध:
रिपोर्ट यह भी दर्शाती है कि छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध हर साल बढ़ रहे हैं।
• 2021 में: 1,408 मामले दर्ज
• 2022 में: 1,632 मामले दर्ज
• 2023 में: 1,798 मामले दर्ज
यानी दो साल में ही करीब 400 केस बढ़ गए। यह स्थिति प्रदेश में बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
गिरफ्तारियां और अदालत की स्थिति:
2023 में दर्ज मामलों में पुलिस ने 2,521 आरोपितों को गिरफ्तार किया, जिनमें 2,307 पुरुष और 214 महिलाएं थीं। इनमें से 2,457 आरोपियों पर चार्जशीट दाखिल हुई। अदालतों में सुनवाई के दौरान 235 लोग दोषी साबित हुए, जबकि 45 आरोप मुक्त और 392 बरी कर दिए गए।
बीते साल 1,520 नए मामलों की सुनवाई शुरू हुई। लेकिन अभी भी पिछले वर्षों से लंबित 5,032 केस अदालतों में अटके हुए हैं। यानी पीड़ित बुजुर्गों और उनके परिजनों को न्याय पाने में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
मामूली कमी, लेकिन चिंता बरकरार:
देशभर में बुजुर्गों के खिलाफ अपराधों में 2023 में थोड़ी कमी आई है। 2022 में 28,545 मामले दर्ज हुए थे, जबकि 2023 में यह संख्या घटकर 27,886 हो गई। लेकिन छत्तीसगढ़ में उल्टा हाल है,यहाँ हर साल अपराध बढ़ रहे हैं और हत्याओं का ग्राफ भी ऊपर जा रहा है।
समाजशास्त्रियों का मानना है कि बुजुर्गों पर बढ़ते अपराध के पीछे कई कारण हैं:-
• पारिवारिक कलह और संपत्ति विवाद
• आर्थिक असुरक्षा
• नशाखोरी और सामाजिक तिरस्कार
• कानून के डर का अभाव
वे कहते हैं कि अगर सरकार और समाज मिलकर ठोस कदम नहीं उठाते तो आने वाले समय में यह समस्या और गंभीर हो सकती है।
सरकार और समाज की जिम्मेदारी:
छत्तीसगढ़ में इस रिपोर्ट के बाद सरकार पर दबाव बढ़ा है कि वह वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस नीति बनाए।
• वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन नंबर को मजबूत करना।
• पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाना।
• पंचायत और मोहल्ला स्तर पर निगरानी तंत्र बनाना।
• कानूनी मामलों की त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करना।
साथ ही परिवार और समाज को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी ताकि बुजुर्गों को अकेलेपन और असुरक्षा का सामना न करना पड़े।
एनसीआरबी की रिपोर्ट ने साफ कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में बुजुर्ग सबसे असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। हर महीने औसतन छह बुजुर्गों की हत्या होना बेहद भयावह तस्वीर पेश करता है। यह आंकड़ा सिर्फ पुलिस या सरकार के लिए चेतावनी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक अलार्म है। समय रहते कदम न उठाए गए तो यह समस्या और गहराती जाएगी।