“Murder Case”: पोस्टर,इनाम और तलाश,गांव के विद्यालय के कमरे में मिला छात्र का शव…NV News

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Bilaspur(CG): रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भरारी में गुरुवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब 15 दिनों से लापता 13 वर्षीय बच्चा चिन्मय सूर्यवंशी का शव गांव के ही सरकारी स्कूल (Government School)के एक बंद कमरे में क्षत-विक्षत हालत में मिला। शव की हालत देखकर साफ था कि उसकी मौत कई दिन पहले हो चुकी थी। पुलिस ने फौरन फोरेंसिक टीम बुलाकर जांच कराई और शव को चीरघर भेज दिया।
दरअसल,भरारी निवासी संजय सूर्यवंशी और प्रमिला सूर्यवंशी का बेटा चिन्मय 31 जुलाई की शाम करीब 4:30 बजे घर से निकला था। वह अपने पिता का मोबाइल फोन साथ ले गया था। देर रात तक घर न लौटने पर परिजनों ने पहले गांव में, फिर रिश्तेदारों और परिचितों के यहां खोजबीन की। नतीजा न मिलने पर रतनपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। नाबालिग के लापता होने को गंभीर मानते हुए पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया।
मोबाइल लोकेशन से मिली अहम सुराग:
पुलिस ने मोबाइल ट्रैकिंग की मदद ली।अंतिम लोकेशन सेमरताल क्षेत्र में मिली। इस आधार पर पुलिस ने आसपास के गांवों में तलाशी तेज कर दी। इसी बीच परिजनों ने भी बच्चे का पता बताने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा कर दी। सोशल मीडिया, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य जगहों पर पोस्टर चिपकाए गए, लेकिन कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं लगी।
दुर्गंध ने किया राज़ उजागर:
गुरुवार सुबह गांव के कुछ लोगों को पुराने स्कूल भवन की तरफ से तेज दुर्गंध आई। संदेह होने पर वे पास पहुंचे और दरवाजा खोलने की कोशिश की। दरवाजा खुलते ही सबके होश उड़ गए,अंदर चिन्मय का शव पड़ा था, जो पूरी तरह गल चुका था। शव की हालत देखकर स्पष्ट था कि हत्या 31 जुलाई के आसपास ही हुई होगी।
हत्या और छुपाने की साजिश:
पुलिस का मानना है कि हत्यारों को पता था कि स्कूल अब नए भवन में शिफ्ट हो चुका है और पुराना कमरा बंद पड़ा है। इसी कारण शव छुपाने के लिए इस जगह का इस्तेमाल किया गया। यह भी आशंका है कि हत्या के तुरंत बाद शव को यहां लाकर बंद कर दिया गया ताकि कोई संदेह न कर सके।
पुलिस ने छह लोगों को लिया हिरासत में:
मामले की गंभीरता देखते हुए एएसपी अर्चना झा, कोटा एसडीओपी नुपूर उपाध्याय और थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अब तक करीब आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनमें से एक व्यक्ति पहले भी मारपीट और आर्थिक घपलेबाजी के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है।
मोबाइल बना कड़ी:
जांच में सामने आया कि हत्या के बाद आरोपियों ने चिन्मय का मोबाइल अपने पास रख लिया था। मोबाइल को बेचने की कोशिश में एक आरोपी ने इसे चालू किया, जिससे लोकेशन ट्रेस होकर पुलिस तक पहुंची। इसी सुराग ने जांच की दिशा तय की।
फोरेंसिक जांच और आगे की कार्रवाई:
फोरेंसिक टीम ने मौके से सबूत जुटाए हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई करते हुए,इस मामले में हत्या, अपहरण और सबूत मिटाने जैसी धाराओं में जुटी हैं। वही हिरासत में लिए गए संदिग्धों से लगातार पूछताछ चल रही है और जल्द ही मुख्य आरोपी के बारे में खुलासा होंगी।