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NV. न्यूज़ मुंगेली : मुंगेली जिला हॉस्पिटल हमेशा से विवादित हॉस्पिटल रहा है आए दिन यहां कुछ ना कुछ घटनाएं घटती रहती है, जिला हॉस्पिटल नाम मात्र का रह गया है मरीजों को उपचार के लिए अलग-अलग हॉस्पिटलों में रिफर कर दिया जाता है, जिससे आए दिन हॉस्पिटल में विरोध होते रहता है यहां तक यह भी कहा जाता है कि यहां के डॉक्टर दूसरी जगह बैठकर अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ता है
जिला हॉस्पिटल में आया नया विवाद
जिले के अस्पताल में कई बार अजीबो-गरीब कारनामे सामने आ चुके है। जिसके कारण यहां पर आए दिन किसी न किसी मामले को लेकर विवाद होता रहता है। इस बार जिला अस्पताल मे डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही की हद पार हो गई, जहां नवजात बच्चों की अदला-बदली का मामला सामने आया। जिसकी वजह से जिला अस्पताल में दोनों परिवार के बीच बवाल मचा हुआ है। वहीं अब परिजन डीएनए की मांग कर रहे हैं।
100 बिस्तर वाले जिला अस्पताल में देर शाम अस्पताल में ऑपरेशन से दो नवजात बच्चों का जन्म हुआ। मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम करही देवरी की मितानिन प्रमिला बंजारे को स्टाफ के द्वारा हस्ताक्षर कराते हुए नवजात को सौंपा गया। उसके बाद परिजनों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई, यह खुशी अस्पताल से निकलते हुए पूरे परिवार में बिखर गई और मिठाई और पटाखों के साथ स्वागत किया जाने लगा।
दरअसल, जिला अस्पताल प्रबंधन के स्टाफ ने आकर बताया कि, यह बच्चा आपका नहीं है, बल्कि पथरिया विकासखण्ड स्थित गोयन्द्री निवासी किरण बंजारे के परिवार का है और आपकी लड़की हुई है। लड़का नहीं…जिसके बाद यह बात आग की तरह फैल गई और इतनी बड़ी लापरवाही के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया। इधर इस लापरवाही की जानकारी जैसे ही दोनों परिवार को हुई तो दोनों परिवारों ने नवजात को लेकर डॉक्टर और स्टाफ पर भड़क गए और जमकर हंगामा किया। वहीं परिजनों ने मांग करते हुए कहा कि, नवजात का डीएनए कराया जाए।
कलेक्टर राहुल देव ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहां
कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई कहा इस तरह की लापरवाही बक्सी नहीं जाएगी, जरूरत पड़ी तो ब्लड सैंपल लिया जाएगा और डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा कलेक्टर राहुल देव ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए कहां