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N.V.News मुंगेली: पारंपरिक व्यवसाय अपनाकर अपना जीवनयापन करने वाली कुंभकार धनईया बाई अब इलेक्ट्रिक चाक मिलने से ज्यादा दिये का निर्माण कर सकेंगी और इससे उनकी आमदनी भी बढ़ेगी। कलेक्टर श्री राहुल देव ने आज जिला कलेक्टोरेट में धनईया बाई को इलेक्ट्रिक चाक प्रदान किया और उन्हें बधाई दी। साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
कलेक्टर ने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पारम्परिक व्यवसायों से जुड़े शिल्पकारों एवं कारीगरों का पंजीयन किया जाता है तथा निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण एवं 500 रूपए प्रतिदिन की दर से स्टायपंड दिया जाता है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें यंत्र एवं औजार के लिए 15 हजार रूपए की अनुदान सहायता राशि भी प्रदान की जाती है। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय, मुंगेली एसडीएम श्री प्रवीण तिवारी मौजूद रहे।
नगर पालिका मुंगेली अंतर्गत खर्रीपारा निवासी धनईया बाई ने बताया कि वह चाक के माध्यम से मिट्टी के दिये सहित कई उपयोगी सामग्री बनाने का कार्य करती है। यह उनका पारंपरिक व्यवसाय है। उन्होंने बताया कि एक महीना में लगभग 03 हजार दिये बनाने का कार्य करती है और इसमें उनके परिवार के अन्य सदस्य भी सहयोग करते हैं। विभिन्न त्योहारों और पर्वों में दिये की मांग बढ़ जाती है। इस कार्य में जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया गया यह इलेक्ट्रिक चाक काफी मददगार साबित होगा। उन्होंने इलेक्ट्रिक चाक मिलने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। ग्रामोद्योग विभाग के सहायक संचालक डी. डी. पटेल ने बताया कि श्रीमती धनईया बाई ने विगत दिनों इलेक्ट्रिक चाक उपलब्ध कराने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था, जिनके आवेदन का परीक्षण कर छत्तीसगढ़ माटी कला बोर्ड के तहत पात्रतानुसार इलेक्ट्रिक चाक प्रदान किया गया है। कार्यालय सहायक विरेन्द्र जायसवाल ने बताया कि इलेक्ट्रिक चाक से कुंभकार मिट्टी के दियों और अन्य मिट्टी-आधारित वस्तुओं को तेज गति से आकार दे सकते हैं।