Mungeli garba: भवितव्य समिति द्वारा भव्य गरबा महोत्सव का आयोजन, बारिश और कीचड़ के बावजूद उमड़ा उत्साह

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NV News mungeli: Mungeli garba नवरात्रि के पावन अवसर पर भवितव्य समिति द्वारा बी.आर. साव मैदान में गरबा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। माता दुर्गा की आराधना और सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत करने वाले इस आयोजन की शुरुआत दीप प्रज्वलन और आरती के साथ हुई। समिति के सदस्यों और कार्यक्रम के मुख्य रिस्पॉन्सर ने मां दुर्गा के चरणों में दीप जलाकर गरबा का शुभारंभ किया। इसके साथ ही गरबा की रंगीन धुनों और पारंपरिक परिधानों से पूरा मैदान जगमगा उठा।

 

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण  नवरात्रि की भक्ति में बालिकाओं एवं महिलाएं रहीं, जिन्होंने भारी वर्षा और कीचड़ को नज़रअंदाज़ कर पूरे उत्साह के साथ गरबा खेला। मैदान में जगह-जगह पानी भरने और फिसलन होने के बावजूद लोगों का जोश कम नहीं हुआ। समिति के कार्यकर्ताओं ने पूरे समर्पण से मैदान को साफ कराने का काम किया, ताकि कार्यक्रम निर्विघ्न रूप से संपन्न हो सके।

मुख्य अतिथि और रिस्पॉन्सर की उपस्थिति

इस गरबा महोत्सव में प्रमुख रूप से श्रीराम प्रॉपर्टीज़ के डायरेक्टर रिशु सिंह, बाबू सिंह, स्वप्निल सिंह मौजूद रहे। आयोजन को सफल बनाने में समिति के सक्रिय सदस्य अविरल सिंह श्रीनेत, करण ठाकुर, ऋतुराज सिंह, वासु राजपूत, अंशु सिंह, जयचंद सिंह, व्यास सिंह, प्रद्युम सिंह और अमन सिंह सहित कई युवाओं का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने मिलकर न केवल आयोजन को सुसंपन्न बनाया, बल्कि पूरे मैदान की व्यवस्थाओं पर भी व्यक्तिगत रूप से नज़र रखी।

बारिश और कीचड़ भी नहीं रोक पाए गरबा का जोश

मुंगेली में दिनभर मूसलधार वर्षा हुई। शाम तक मैदान में जगह-जगह कीचड़ और पानी भर गया था। एक समय तो ऐसा लगा कि कार्यक्रम रद्द करना पड़ेगा। लेकिन समिति के सदस्यों की मेहनत और जज़्बे ने असंभव को संभव कर दिखाया। सभी ने मिलकर मैदान को साफ कराया और सुरक्षा इंतज़ाम सुनिश्चित किए। नतीजतन, जैसे ही ढोल-नगाड़े और संगीत की धुनें बजीं, महिलाएं और बच्चियां रंग-बिरंगी ड्रेस पहनकर गरबा खेलने मैदान में उतर आईं। कीचड़ से सनी ज़मीन पर भी उनका उत्साह कम नहीं हुआ।

सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा

गरबा महोत्सव केवल एक मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक परंपरा और सामूहिक उत्सव का प्रतीक भी है। समिति के सदस्यों ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य समाज में एकता और परंपराओं के प्रति आस्था को मज़बूत करना है। नवरात्रि केवल उपवास और पूजा का पर्व नहीं, बल्कि यह नौ दिनों तक ऊर्जा, सकारात्मकता और देवी शक्ति की आराधना का समय है। इसी संदेश को गरबा महोत्सव ने जीवंत रूप दिया।

दर्शकों की भी रही बड़ी भागीदारी

बारिश के कारण मौसम ठंडा और सुहावना हो गया था, जिससे दर्शकों का उत्साह और बढ़ गया। मैदान में आए बच्चों और महिलाओं ने गरबा की तालियों पर झूमते हुए पारंपरिक नृत्य का आनंद लिया। वहीं पुरुष वर्ग भी पीछे नहीं रहा, कई जगह युवाओं के ग्रुप ने सामूहिक गरबा नृत्य कर माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया।

आयोजन समिति की मेहनत रंग लाई

कार्यक्रम में सबसे बड़ी चुनौती मैदान कीचड़ से भरा होना था। समिति के सदस्य सुबह से ही मैदान की सफाई और जल निकासी में लगे रहे। ट्रैक्टर और टैंकर की मदद से पानी निकाला गया। मंच की सजावट और लाइटिंग की विशेष व्यवस्था की गई थी, जिससे बारिश के बाद भी कार्यक्रम की भव्यता कम न हो। समिति की इस तत्परता की सभी ने सराहना की।

रिस्पॉन्सर ने दिया संदेश

मुख्य रिस्पॉन्सर श्रीराम प्रॉपर्टीज़ के डायरेक्टर रिशु सिंह ने कहा कि नवरात्रि का पर्व शक्ति और उत्साह का प्रतीक है। कठिनाइयों के बीच भी अगर हम एकजुट होकर काम करें, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। उन्होंने भवितव्य समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने का काम करते हैं।

महिलाओं और युवाओं का उत्साह

कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने कहा कि बारिश और कीचड़ के बावजूद गरबा का आनंद लेना एक अलग अनुभव रहा। युवाओं ने भी बताया कि इस बार का गरबा महोत्सव हमेशा यादगार रहेगा क्योंकि मुश्किल परिस्थितियों में भी समिति ने इसे संभव बनाया।

सफल आयोजन पर बधाई

गरबा महोत्सव के समापन पर करण ठाकुर ने कहा कि हौसला जब बुलंद हो तो मुकाम जरूर मिलता है।
उन्होंने इसे आयोजन की सफलता का मूल मंत्र बताया।

अंत में समिति के अविरल सिंह ने सभी मेहमानों, दर्शकों और रिस्पॉन्सर का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन तभी सफल हो पाया क्योंकि हर सदस्य ने मिलकर काम किया। उन्होंने अगले वर्ष और भी बड़े स्तर पर आयोजन करने का आश्वासन दिया।

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