रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी कार्रवाई: 1,500 किलो नकली पनीर जब्त

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NV रायपुर, 23 जुलाई 2025 — राजधानी रायपुर में रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण पर्वों से पहले खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने दो अलग-अलग मोर्चों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आम जनता की सेहत और सुरक्षा के प्रति अपनी सतर्कता का परिचय दिया है। जहां एक ओर स्टेशन और भाठागांव बस स्टैंड क्षेत्र से 1,500 किलो से अधिक नकली पनीर जब्त किया गया, वहीं दूसरी ओर गुढ़ियारी, टाटीबंध और भाठागांव क्षेत्रों में अवैध रूप से चल रही फिनाइल और एसिड निर्माण इकाइयों पर छापे मारकर भारी मात्रा में खतरनाक सामग्री जब्त की गई।
यह कार्रवाई ऐसे समय में की गई है जब त्योहारी सीजन के मद्देनज़र बाजारों में नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थों की आमद बढ़ जाती है, जिससे उपभोक्ताओं की सेहत को गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।
नकली पनीर की बड़ी खेप पकड़ी गई
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सिद्धार्थ पांडे, एहसान तिग्गा और सतीश राज की संयुक्त टीम ने सोमवार को रायपुर रेलवे स्टेशन और भाठागांव बस स्टैंड क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए कुल 1,535 किलोग्राम पनीर जब्त किया। यह पनीर श्री डेरी एंड स्वीट्स, बोरिया खुर्द से संबंधित बताया गया है। प्रारंभिक जांच में यह पनीर संदिग्ध और मानकों के विपरीत पाया गया है। इसकी बाजार कीमत लगभग 3.34 लाख रुपये आंकी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि जब्त किए गए पनीर के नमूने लैब परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। अगर जांच में मिलावट की पुष्टि होती है, तो संबंधित व्यवसायियों पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
जून में भी हुई थी बड़ी जब्ती
यह पहला मामला नहीं है जब रायपुर में नकली पनीर की इतनी बड़ी मात्रा जब्त की गई है। जून 2025 में भी तेलीबांधा, देवेंद्र नगर और खमतराई क्षेत्रों से 800 से 1,000 किलोग्राम नकली पनीर जब्त किया गया था। अब तक की कुल कार्रवाई में करीब 3,000 किलोग्राम से अधिक पनीर जब्त हो चुका है, जिसकी अनुमानित कीमत छह लाख रुपये से अधिक है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि त्योहारों से पहले मिलावटी दूध उत्पादों की बिक्री का खतरा सबसे अधिक होता है, क्योंकि इस समय खपत अधिक होती है। पनीर जैसे डेयरी उत्पादों में मिलावट उपभोक्ताओं की सेहत को सीधा नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे फूड प्वाइजनिंग, त्वचा रोग, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण और यहां तक कि लीवर व किडनी की बीमारियाँ तक हो सकती हैं।
अवैध रसायन निर्माण इकाइयों पर भी शिकंजा
खाद्य सुरक्षा के अलावा रायपुर जिला प्रशासन ने औषधि सुरक्षा के मोर्चे पर भी बड़ी कार्रवाई करते हुए गुढ़ियारी, टाटीबंध और भाठागांव क्षेत्रों में अवैध रूप से संचालित हो रही