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N.V.News मुंबई: महाराष्ट्र में तीन दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र के पहले दिन महा विकास आघाडी (MVA) के नवनिर्वाचित विधायकों ने विधायक पद की शपथ लेने से इनकार कर दिया। महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) के नवनिर्वाचित विधायकों ने शनिवार को विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विधायक के तौर पर शपथ नहीं लिया। उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान EVM मशीनों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए यह फैसला किया। कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट), और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेताओं ने EVM में धांधली और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए यह निर्णय लिया।
शिवसेना (उबाठा) के नेताओं ने कहा, “जब प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनती है, तो उत्सव मनाया जाता है, लेकिन यहां सवाल यह है कि यह जनादेश जनता का है या EVM और चुनाव आयोग का।”
इसके साथ ही विपक्ष ने सोलापुर के मरकवाड़ी गांव में ग्रामीणों की बैलेट पेपर से दोबारा चुनाव कराने की मांग और वहां लगाए गए कर्फ्यू का विरोध भी दर्ज कराया।
पहले दिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, दोनों उपमुख्यमंत्री, और सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने पद की शपथ ली, लेकिन विपक्षी दलों ने जनादेश और ग्रामीण मुद्दों को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की।