छत्तीसगढ़ में आज मनाया जा रहा है हरियाली का पर्व ‘हरेली’ जानिए क्यों खास है इस बार की हरेली

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NV News:-    प्रदेश में आज सावन महीने का पहला पर्व हरेली अमावस्या मनाया जा रहा. हरेली पर्व पर प्रकृति पूजा के साथ ही पर्व, त्यौहारों का शुभारंभ होगा। बारिश के मौसम में कीटाणुजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की आशंका रहती है।

इससे बचने के लिए घर के प्रवेश द्वार पर नीम की टहनी लगाने की परंपरा निभाई जाती है। नीम की पत्तियों से कीटाणुओं का नाश होता है इसलिए हर द्वार पर नीम की टहनी लगाई जाती है। इस मौके पर गांव-गांव में किसान, धरती माता का आभार व्यक्त करते हुए हल, रापा, कुदाली, धमेला सहित खेती में उपयोग होने वाले औजारों और बैलों की पूजा-अर्चना करेंगे।

क्यों है ख़ास इस बार की हरेली
भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना की शुरुआत हरेली के दिन ही हुई थी। 2020 से शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 150 करोड़ रुपए से अधिक की गोबर खरीदी की जा चुकी है। इसी कड़ी में अब छत्तीसगढ़ सरकार आज से गो-मूत्र की खरीदी भी करेगी. गो-मूत्र से कीटनाशक बनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है। हरेली तिहार के मौके पर गुरुवार से गो-मूत्र की खरीदी शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग से इसकी शुरुआत करेंगे। वे पाटन विकासखंड के करसा गांव में आयोजित हरेली तिहार कृषि सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं, वहीं से गो-मूत्र खरीदी की शुरुआत भी करेंगे।

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