Share this
NV News बिलासपुर: न्यायधानी में मंगलवार को गुड़ी पड़वा का पर्व उत्साह से मनाया गया। महाराष्ट्रीयन समाज के लोगों ने पर्व पर एक बांस लेकर उसके ऊपर चांदी, तांबे या पीतल का उलटा कलश रखा और सुंदर कपड़े से इसे सजाया। केसरिया और रेशम के कपड़ों में गुड़ी बनाकर इसकी पूजा की गई। शहर में सुबह से लेकर महाराष्ट्रीय परिवारों में इसे लेकर काफी उत्साह देखा गया। सुबह सूर्योदय से पहले स्नान आदि करके विजय के प्रतीक के रूप में घर में सुंदर-सुंदर गुड़ी लगाकर और उसका पूजन किया गया। मान्यता है कि ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है और घर में सुख-शांति खुशहाली आती है।
बच्चों से लेकर बड़े नए कपड़ों में परंपरानुसार पूजा-अर्चना करते नजर आए। घर के आंगन व छतों में गुड़ी सजाया गया। नगर के अमोल येलने ने बताया कि हिंदू नववर्ष के पहले दिन मराठा समाज के घरों में गुड़ी पड़वा पर घरों में विजय पताका के रूप में गुड़ी सजाई गई। गुड़ी एक लंबे डंडे में तांबे के लोटे और नई साड़ी के साथ बनाई जाती है। इसे शक्कर और फूलों की माला से सजाया जाता है। विधि-विधान से पूजा करने के बाद उसे घरों में ऊंचे स्थान में स्थापित किया जाता है। गुड़ी को सूर्योदय से पूर्व उतारकर घर में पूजा के स्थान में रख दिया जाता है।